Chapter 6-सजीव:
विशेषताएँ एवं आवास
6-सजीव: विशेषताएँ एवं आवास Class 6th Notes in Hindi
→ किसी जीवधारी के रहने का स्थान उसका परिवेश
या आवास कहलाता है।
→ विभिन्न
प्रकार के पौधे एवं जन्तु एक ही आवास में एक साथ रह सकते हैं।
→ पौधों और जीवों के विशिष्ट लभ्षण एवं स्वभाव जो उन्हें एक आवास विशेष में रहने के अनुकूल बनाते हैं, अनुकूलन कहलाता है।
→ आवास अनेक प्रकार के होते हैं परन्तु सामान्यतः इन्हें स्थलीय एवं जलीय आवासों में वर्गीकृत किया जाता है।
→ स्थल पर पाए जाने वाले पौधों और जन्तुओं के आवास को स्थलीय आवास कहते हैं।
→ जलाशय, तालाबों, दलदल, झील, नदियों एवं समुद्र, जहाँ पौधे एवं जन्तु पाए जाते हैं, जलीय आवास कहलाता है।
→ विभिन्न आवासों में सजीवों की विविध प्रजातियाँ पायी जाती है।
→ सजीव वस्तुओं के कुछ सामान्य लक्षण हैं उन्हें भोजन की आवश्यकता होती है, वे श्वसन, उत्सर्जन, पर्यावरण के प्रति अनुक्रिया, प्रचलन, प्रजनन, वृद्धि एवं गति करते हैं।
→ सजीव – वे वस्तुएँ जिनमें प्रचलन, वृद्धि, जनन, उत्सर्जन, वातावरण के प्रति अनुक्रिया आदि लक्षण होते हैं, सजीव कहलाती हैं।
→ अनुकूलन – पौधों और जीवों के विशिष्ट लक्षण और स्वभाव जो उन्हें एक आवास विशेष में रहने के अनुकूल बनाते हैं, अनुकूलन कहलाता है।
→ आवास – किसी स्थान का ऐसा परिवेश जिसमें पौधे, जन्तु एवं अन्य जीव रहते हैं, उनका आवास कहलाता है।
→ जलीय आवास – वह आवास, जिसमें जीव जल में रहते है।
→ जैव घटक – पौधे, जन्तु एवं सूक्ष्म जीव संयुक्त रूप से जैव घटक कहलाते हैं।पौधे, जन्तु एवं सूक्ष्म जीव संयुक्त रूप से जैव घटक बनाते हैं।
→ अजैव घटक – चट्टान, मिट्टी, वायु, जल, प्रकाश एवं ताप आदि, हमारे परिवेश के कुछ अजैव घटक हैं।
→ वृद्धि – सजीवों के आकार एवं भार में होने वाला धनात्मक परिवर्तन वृद्धि कहलाता है।
→ श्वसन – भोजन से ऊर्जा प्राप्त करने के लिए ऑक्सीजन को ग्रहण करना तथा कार्बन डाईऑक्साइड को बाहर निकालना श्वसन कहलाता है।
→ उत्सर्जन – सजीवों द्वारा उनके अपशिष्ट पदार्थों का शरीर से बाहर निकाला जाना उत्सर्जन कहलाता है।
→ प्रजनन– जीवों द्वारा उनके समान ही सजीव संरचनाएँ उत्पन्न करना प्रजनन कहलाता है।
→ उद्दीपन – वातावरण में होने वाले परिवर्तनों के प्रति अनुक्रिया करना उद्दीपन कहलाता है।
6th Class Science 6-सजीव: विशेषताएँ एवं आवास Textbook Questions
and Answers
प्रश्न 1. आवास किसे कहते हैं?
उत्तर: किसी स्थल का परिवेश जिसमें पौधे, जन्तु एवं अन्य जीव रहते हैं, उनका आवास कहलाता है।
प्रश्न 2. कैक्टस मरुस्थल में जीवन-यापन के लिए
किस प्रकार अनुकूलित है?
उत्तर: कैक्टस मरुस्थल में जीवन-यापन के
लिए निम्न प्रकार अनुकूलित हैं-
1.
इनकी जड़ें जल अवशोषण के लिए काफी गहराई तक चली जाती हैं।
2.
पत्तियाँ प्रायः कार्य में बदल जाती हैं।
3.
तने पर एक मोमीय परत बन जाती है जो पानी को उड़ने नहीं देती।
4.
ये जल का संग्रहण अच्छी तरह कर लेते हैं।
प्रश्न 3. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
(क) पौधों एवं जन्तुओं में पाए जाने वाले विशिष्ट लक्षण जो उन्हें आवास विशेष में रहने योग्य बनाते हैं, …………… कहलाते हैं।
(ख) स्थल पर पाए
जाने वाले पौधों एवं जन्तुओं के आवास को ……………….आवास कहते हैं।
(ग) वे आवास
जिनमें जल में रहने वाले पौधे एवं जन्तु रहते हैं, ………… आवास कहलाते हैं।
(घ) मृदा,
जल एवं वायु
किसी आवास के ……………….. घटक हैं।
(ङ) हमारे
परिवेश में होने वाले परिवर्तन जिनके प्रति हम अनुक्रिया करते हैं,
… कहलाते हैं।
उत्तर: (क) अनुकूलन (ख) स्थलीय (ग) जलीय (घ) अजैव (ङ) उद्दीपन।
प्रश्न 4. निम्नलिखित सूची में कौन-सी वस्तुएँ
निर्जीव हैं।
हल, छत्रक, सिलाई मशीन,
रेडियो,
नाव,
जलकुंभी,
केंचुआ।
उत्तर: निर्जीव वस्तुएँ हैं- हल, सिलाई मशीन, रेडियो, नाव।
प्रश्न 5. किसी ऐसी निर्जीव वस्तु का उदाहरण
दीजिए जिसमें सजीवों के दो लक्षण दिखाई देते हैं।
उत्तर: 1. बादल जो हमारी आँखों के सामने
बड़े होते हैं।
2. बादलों को
हम एक स्थान से दूसरे स्थान पर भी जाते हुए देखते हैं।
प्रश्न 6. निम्न में से कौन सी निर्जीव वस्तुएँ
किसी समय सजीव का अंश थी ।
मक्खन, चमड़ा, मृदा, ऊन, बिजली का बल्ब,
खाद्य तेल,
नमक,सेब, रबड़।
उत्तर: मक्खन, चमड़ा, ऊन, खाद्य तेल, सेब, रबड़।
प्रश्न 7. सजीवों के विशिष्ट लक्षण सूचीबद्ध
कीजिए।
उत्तर: सजीवों के विशिष्ट लक्षण।
1.
सजीव भोजन ग्रहण करते हैं :-
2.
सजीव वृद्धि करते हैं;
3.
सजीव गति करते हैं;
4.
सजीव प्रजनन,
उत्सर्जन, प्रचलन आदि क्रियाएँ करते हैं।
5.
सजीव वातावरण के प्रति अनुक्रिया करते हैं।
प्रश्न 8. घास के मैदानी क्षेत्रों में रहने
वाले जन्तुओं को अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए तीव्र गति क्यों आवश्यक है?
(संकेत-घास स्थल
आवासों में छिपने के लिए वृक्षों की संख्या बहुत कम होती है।)
उत्तर: मैदानी क्षेत्रों के घास स्थलों
में वृक्ष कम होने के कारण जीवों को अपनी जान बचाने के लिए छिपने में कठिनाई होती
है। शिकारियों से बचने के लिए इन्हें तीव्रता से भागना पड़ता है। उदाहरण के लिए, शेर एवं चीता हिरन को खाते हैं।
हिरन तेज दौड़कर ही अपनी जान बचाते हैं।
6th Class Science सजीव: विशेषताएँ एवं आवास Important Questions and Answers वस्तुनिष्ठ प्रश्न
बहुविकल्पी प्रश्न : निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प का चयन कीजिए-
प्रश्न 9.. कोई जीव आवास पर निर्भर करता है।
(क) भोजन के लिए (ख) शरण स्थल के लिए (ग) सुरक्षा के लिए (घ) ये सभी।
उत्तर: (घ) ये सभी।
प्रश्न 10.. स्थलीय आवास में सम्मिलित है।
(क) वन (ख) घास स्थल (ग) मरूस्थल (घ) ये सभी
उत्तर: (घ) ये सभी
प्रश्न 11. निम्न में से अजैव घटक है।
(क) मिट्टी (ख) केंचुआ (ग) घास (घ) जीवाणु
उत्तर: (क) मिट्टी
प्रश्न 12. ऊँट अनुकूलित होता है।
(क) मरूस्थलीय
आवास में रहने के लिए (ख) जलीय आवास में रहने के लिए
(ग) पर्वतीय
आवास में रहने के लिए
(घ) इन सभी
आवासों में रहने के लिए
उत्तर: (क) मरूस्थलीय आवास में रहने के
लिए
प्रश्न 13. निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान
भरिए।
1. ……………. आवास बहुत ठंडे होते हैं और इनमें तेज
हवा चलती है।
2. शेर वन में
अथवा ……….. में रहता है।
3. जल में श्वास
लेने के लिए मछलियों में …………….. पाये जाते है।
4. जलीय पौधों का
तना लंबा, …….. एवं ……… होता है।
उत्तर: 1. पर्वतीय 2. घासस्थल 3. गिल 4. खोखला, हल्का।
प्रश्न 14. कॉलम ‘A’ के शब्दों का मिलान कॉलम ‘B’
के शब्दों से
कीजिए।
कॉलम ‘A’ |
कॉलम ‘B’ |
1. नागफनी |
(i) जलीय आवास |
2. मछली |
(ii) मरुस्थलीय आवास |
3. हवेल |
(iii) पर्वतीय आवास |
4. पेंग्विन |
(iv) समुद्री आवास |
उत्तर:
कॉलम ‘A’ |
कॉलम ‘B’ |
1. नागफनी |
(ii) मरुस्थलीय
आवास |
2. मछली |
(i) जलीय
आवास |
3. हवेल |
(iv) समुद्री
आवास |
4. पेंग्विन |
(iii) पर्वतीय
आवास |
प्रश्न 15. निम्नलिखित वाक्यों में सत्य एवं
असत्य कथन छाँटिए।
(i) स्थल (जमीन) पर पाये जाने वाले पौधों
एवं जन्तुओं के आवास को स्थलीय आवास कहते हैं।
(ii) सभी जीव-जन्तु,
मिट्टी,
जल एवं वायु
अजैव घटक होते है।
(iii) नागफनी,
कीकर,
आक आदि पौधे
मरूस्थलीय आवास के अनुसार अनुकूलित होते हैं।
(iv) सजीवों में
उत्तेजनशीलता का गुण पाया जाता है।
उत्तर: 1. सत्य 2. असत्य 3. सत्य 4. सत्य।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 16. सूक्ष्म जीव कहाँ पाए जाते हैं।
उत्तर: सूक्ष्म जीव सर्वत्र पाए जाते हैं; जैसे-मृदा, जल वायु, जन्तुओं व पौधों के अन्दर एवं
बाहर।
प्रश्न 17. किसी वन में रहने वाले दो वन्य
जन्तुओं के नाम लिखिए।
उत्तर: (i) खरगोश (ii) लोमड़ी
प्रश्न 18. आवास से आप क्या समझते है?
उत्तर: वह स्थान जहाँ कोई जीव रहता है
तथा विभिन्न क्रियाओं को करने के लिए अनुकूल होता है, उसका आवास कहलाता है।
प्रश्न 19. समुद्री आवास किस प्रकार का आवास है?
उत्तर: लवणजलीय आवास।
प्रश्न 20. अनुकूलन किसे कहते हैं?
उत्तर: किसी जीवधारी का अपने परिवेश के
अनुसार स्वयं को रहने योग्य बनाना अनुकूलन कहलाता है।
प्रश्न 21. दो प्रकार के मुख्य आवासों के नाम
लिखिए।
उत्तर: 1.स्थलीय आवास 2.जलीय आवास।
प्रश्न 22. दो जैविक घटकों के नाम लिखिए।
उत्तर: जन्तु एवं पौधे।
प्रश्न 23. दो अजैविक घटकों के नाम लिखिए।
उत्तर: 1.प्रकाश 2.जल
प्रश्न 24. बीजों के अंकुरण के लिए आवश्यक दशाएँ
बताइए।
उत्तर: नमी एवं वायु की उपस्थिति, प्रकाश की अनुपस्थिति एवं गर्म
वातावरण।
प्रश्न 25. मरूस्थलीय आवास में पाए जाने वाले दो
पौधों के नाम लिखिए।
उत्तर: 1. नागफनी 2. कीकर।।
प्रश्न 26. मरूस्थलीय आवास में पाए जाने वाले दो
जन्तुओं के नाम लिखिए।
उत्तर: 1. ऊँट 2. मरूस्थलीय चूहा।
प्रश्न 27. पर्वतीय क्षेत्र के दो पौधों के नाम
लिखिए।
उत्तर: 1. सिल्वर फर 2. चीड़।
प्रश्न 28. पर्वतीय क्षेत्र के दो जन्तुओं के नाम
लिखिए।
उत्तर: 1. पहाड़ी बकरी 2. याक।
प्रश्न 29. घास-बन स्थल के दो प्राणियों के नाम
लिखो।
उत्तर: 1. चीता 2. हिरन।
प्रश्न 30. हाथी एवं शेर का आवास क्या हैं?
उत्तर: जंगल।
प्रश्न 31. दो जलीय पौधों के नाम लिखिए।
उत्तर: 1.हाइडिला 2.सिंघाड़ा।
प्रश्न 32. मछली तथा मगरमच्छ के आवास का नाम
बताइए।
उत्तर: जलाशय एवं नदियाँ।
प्रश्न 33. मेंहदी अथवा गुलाब को आप कैसे उगा
सकते हैं? (क्रियाकलाप)
उत्तर: मेंहदी अथवा गुलाब की कलम को जमीन
में रोपकर।
प्रश्न 34. उद्दीपन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:वातावरण
में होने वाले परिवर्तन,
जो उनके
प्रति अनुक्रिया को प्रेरित करते हैं, उद्दीपन कहलाते हैं।
प्रश्न 35. अण्डे देने वाले दो जन्तुओं के नाम
लिखिए।
उत्तर: कछुआ, कबूतर।
प्रश्न 36. शिशु देने वाले दो जन्तुओं के नाम
लिखिए।
उत्तर: 1.चूहा 2.गाय।
प्रश्न 37. जीवों को भोजन की आवश्यकता क्यों होती
हैं?
उत्तर: शारीरिक क्रियाओं हेतु ऊर्जा
प्राप्ति के लिए।
प्रश्न 38. खिड़की के पास कमरे में रखा पौधा
खिड़की की ओर क्यों मुड़ जाता है?
उत्तर: प्रकाश उद्दीपन के कारण।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 39. निम्नलिखित के आवासों के नाम लिखिए।
नागफनी,
गेहूँ,
बरगद,
मछली,
ऑक्टोपस,
चींटी,
दीमक,
हाइडिला।
उत्तर: नागफनी –
मरुस्थल
ऑक्टोपस – समुद्र
गेहूँ- खेत
चींटी – मिट्टी में बिल
बरगद – वन
दीमक – लकड़ी में सुरंग
मछली – तालाब
हाइडिला – जल
प्रश्न 40. ऊँट के मरुस्थल के प्रति अनुकूलन
लिखिए।
उत्तर: 1.ऊँट एक बार पानी पीकर कई दिनों तक
बिना पानी पिए रह सकता है।
2.ऊँट की खाल
के नीचे चर्बी की परत उसे गर्मी से बचाती है।
3.ऊँट कटीली
झाड़ियों को खा लेता है।
4.यह रेत में आसानी से चल सकता है।
प्रश्न 41. मछलियों में जलीय अनुकूलन लिखिए।
उत्तर: 1. मछलियों का शरीर धारारेखीय होता
है,
जिससे ये
जल में आसानी से तैर लेती है।
2. इनमें
गिल्स होते हैं जिससे ये जल में घुली ऑक्सीजन को श्वसन में प्रयोग कर लेती है।
3. पंख की
सहायता से ये आगे बढ़ती है।
4.इनकी जल
में संवेदन क्षमता अच्छी होती है।
प्रश्न 42. जैविक तथा अजैविक घटकों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
उत्तर: जैविक घटक-सभी पेड़-पौधे एवं
जीव-जन्तु जैविक घटक कहलाते हैं। ये निम्न प्रकार के होते हैं-
1. उत्पादक
सभी हरे पौधे।
2.उपभोक्ता-शाकाहारी
एवं माँसाहारी जन्तु।
3.अपघटक-सभी
सूक्ष्म जीव।
4. अजैविक घटक
–
ताप, पानी, प्रकाश, वर्षा, मिट्टी, वायु आदि।
प्रश्न 43. सजीवों के चार लक्षण लिखिए।
उत्तर: 1. वृद्धि – सभी सजीवों में वृद्धि होती है।
यह वृद्धि आन्तरिक एवं बाह्य दोनों प्रकार की होती है।
2. श्वसन – सभी जीवधारी श्वसन क्रिया करते
हैं,
जिससे
ऊर्जा उत्पन्न होती है।
3. पोषण– सभी जीवधारी विभिन्न क्रियाओं को
संचालित करने के लिए पोषण करते हैं।
4. प्रचलनसभी – जीवों में विभिन्न प्रकार की
गतियाँ होती हैं।
प्रश्न 44. श्वसन क्रिया को समझाइए।
उत्तर: सभी जीव-जन्तुओं में भोजन के
ऑक्सीकरण से ऊर्जा उत्पन्न होती है, इस प्रक्रिया को श्वसन कहते हैं। जन्तु श्वासोच्छवास करते है जबकि पौधे
सीधे ही वातावरण से गैसों का आदान-प्रदान करते हैं।
श्वसन क्रिया में वातावरण से ऑक्सीजन ली जाती
है तथा CO2 बाहर निकाली जाती है। ली गई O2 का प्रयोग भोज्य पदार्थों के
विखण्डन में किया जाता है जिससे ऊर्जा प्राप्त होती है। यह ऊर्जा शरीर की विभिन्न
क्रियाओं के संचालन में काम आती है।
प्रश्न 45. उत्सर्जन से आप क्या समझते हैं?
पौधों में
उत्सर्जन किस प्रकार होता है?
उत्तर: उत्सर्जन विभिन्न जैव-प्रक्रर्मों
के फलस्वरूप हमारे शरीर में कुछ अपशिष्ट पदार्थ उत्पन्न होते हैं; सजीवों द्वारा इन अपशिष्ट पदार्थों के निष्कासन
को उत्सर्जन कहते हैं।
पौधों में उत्सर्जन के लिए विशेष अंग तंत्र
नहीं होते हैं। यद्यपि इनमें भी अपशिष्ट पदार्थों का निर्माण होता है। ये अपशिष्ट
पदार्थ पत्तियों एवं छाल में एकत्र होते रहते हैं। जब छाल एवं पत्तियाँ पौधों से
गिरते हैं तो इन पदार्थों से भी छुटकारा मिल जाता है।
प्रश्न 46. उद्दीपन से आप क्या समझते हैं?
एक उदाहरण
दीजिए।
उत्तर: वह प्रक्रम जिसके प्रति कोई
अनुक्रिया की जाती है,
उद्दीपन
कहलाता है। उदाहरण के लिए यदि हमारे पैर में काँटा चुभ जाता है तो हम झटके से
अपना पैर ऊपर खींचते हैं। काँटे का पैर में चुभना उद्दीपन है तथा पैर का ऊपर
खींचना अनुक्रिया है। इसी प्रकार यदि छुईमुई के पौधे को छुआ जाता है तो वह मुरझा
जाता है। यहाँ छूना उद्दीपन है तथा पौधे का मुरझाना अनुक्रिया है।
प्रश्न 47. पता लगाइए कि ध्रुवीय भालू एवं
पेंग्विन के आवास कहाँ है? प्रत्येक जन्तु के दो अनुकूलन बताइए जिससे पता चले कि वह अपने आवास के प्रति
भली-भांति अनुकूलित है।
उत्तर: ध्रुवीय भालू- पर्वतीय क्षेत्र À ध्रुवीय प्रदेश
पेंग्विन- बर्फीले क्षेत्र À ध्रुवीय
प्रदेश
दो अनुकूलन जिससे यह ज्ञात होता
है कि ये अपने आवास के प्रति भली-भाँति अनूकूलित हैं-
· उनकी त्वचा मोटी तथा फरों से ढ़की होती है।
· ये गर्म मौसम में अत्यधिक चर्बी एकत्र कर लेते हैं | जो सर्दियों में इनके काम आती है।
प्रश्न 48. पता लगाइए कि हिमालय के गिरिपाद में कौन-से जन्तु पाए जाते हैं? पता लगाइए कि हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों में जाने पर पर्वत की ऊँचाई बढ़ने के साथ जन्तुओं और पादपों की प्रजातियों में क्या परिवर्तन होते हैं?
उत्तर: (i) हिमालय के गिरिपाद में निम्न
जन्तु पाए जाते हैं- पहाड़ी तेंदुए, पहाड़ी बकरी, याक, एण्टीलोप, लोमड़ी आदि। जैसे-जैसे पर्वतों की ऊंचाई बढ़ती है, तापमान में कमी होती जाती है। जिससे जन्तुओं
की त्वचा,
फरों एवं
कर्ण पल्लवों में परिवर्तन देखने को मिलते हैं।
(ii) ऊँचाई में
परिवर्तन के साथ पेड़-पौधों की जातियों में भी बहुत- से परिवर्तन दिखाई देते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 49. विभिन्न प्रकार के आवासों में पाए
जाने वाले जीवों का विवरण दीजिए।
उत्तर: आवास मुख्यत: दो प्रकार के होते
हैं जलीय आवास तथा स्थलीय आवास।
जलीय आवास- जलीय जन्तु जल में
निवास करते हैं,
इसे जलीय
आवास कहते हैं। जलीय आवास भी कई प्रकार के होते हैं जिनके उदाहरण निम्नलिखित हैं
1. नदी का जलीय आवास-विभिन्न प्रकार
के शैवाल,
मछलियाँ, घड़ियाल।
2. तालाब का जलीय आवास-मछलियाँ, जलीय पौधे, मेंढक, कीट।
3. झील का जलीय आवास-मछलियाँ, जलीय पौधे, मेंढक, अनेक कीट।
4. समुद्र जलीय आवास-बड़ी मछलियाँ, मुंगा, ऑक्टोपस, स्किवड आदि।
स्थलीय आवास स्थल पर जीवधारियों के रहने का
स्थान स्थलीय आवास कहलाता है। ये भी अनेक प्रकार के होते हैं।
1.
मरुस्थलीय आवास –
ऊँट, कैक्टस, कीकर, मरुस्थलीय चूहा, सौंप आदि।
2.
पर्वतीय आवास –
चीड़ के
वृक्ष,
सागौन के
वृक्ष,
भालू आदि।
3.
बर्फीले आवास –
रेनडियर, पेंग्विन, भालू, पांडा आदि।
4.
साधारण वन्य –
आवास-मोर, शेर, बन्दर, चीता, गैंडा, हाथी आदि।
प्रश्न 50. (i) आप कैसे सिद्ध करोगे कि मरूस्थली पादप वाष्पोत्सर्जन द्वारा जल की बहुत कम मात्रा
निष्कासित करते हैं?
(ii) मरूस्थलीय पौधों के दो लक्षण उदाहरण
सहित लिखिए।
उत्तर: (i) गमले में लगा एक कैक्टस पौधा
(मरूस्थली) तथा सामान्य आवास का पत्तीवाला पौधा लेकर, दोनों पौधों
के प्ररोह भाग को पॉलिथीन से ढक कर बाँध देते हैं। दोनों पौधों को धूप में रख देते
हैं।
प्रेक्षण: कुछ समय पश्चात् हम देखते हैं कि
दोनों पौधों में लगी पॉलीथीन की भीतरी सतह पर पानी की कुछ बूंदै बन गई हैं। तुलना
करने पर हम पाते हैं कि सामान्य आवासीय पौधे की पॉलीथीन में पानी की बूंदें अधिक
संख्या में उपस्थित हैं। जबकि कैक्टस पौधे वाली पॉलीथीन में पानी की बूँदै अत्यंत
सूक्ष्म और बहुत कम संख्या में हैं।
(ii) मरूस्थलीय पौधे – नागफनी, आक।
(a) इन पौधों
की जड़ें अत्यधिक विकसित होती हैं।
(b) पत्तियाँ
मोटी चमड़े जैसी होती हैं।
प्रश्न 51. घास स्थल के आवास के दो जन्तुओं का विवरण दीजिए। जो किसी न किसी प्रकार से आपस
में सम्बन्धित हों।
उत्तर: शेर एवं हिरण दोनों जन्तु घास
स्थल में रहते हैं। शेर हिरण का शिकार करता है अर्थात् हिरण को मारकर उसको खाता
है। हिरण घास स्थल की घास एवं झाड़ियों को खाते हैं। इस प्रकार हिरण शिकार है तथा
शेर शिकारी। शेर एवं हिरण दोनों ही घास स्थल के अनुकूलित होते हैं। शेर घास में
आसानी से छिपकर शिकार करता है जबकि हिरण तेज दौड़ सकता है।
प्रश्न 52. जलीय पौधों में क्या-क्या अनुकूलन पाए
जाते हैं?
उत्तर: जलीय पौधों में अनुकूलन-
1.
अनेक जलीय पौधों में छोटी-छोटी जड़ें होती हैं, जो पौधों को कीचड़ में साधे रखती हैं।
2.
अनेक पौधे जल की सतह पर स्वतंत्र तैर सकते हैं। इनमें अवशोषी जड़ें पायी जाती
हैं।
3.
अनेक जलीय पौधों का तना खोखला होता है, जिसमें हवा भरी रहती है जो पौधे को तैरने में
सहायता करती है।
4.
कुछ पौधों की पत्तियाँ सँकरी एवं लम्बी होती हैं. जो पानी की तेज लहरों से
पौधे की रक्षा करती रहती हैं। अनेक पौधों की पत्तियाँ कटी-फटी होती हैं जिससे इन
पर पानी की तेज धारा का प्रभाव नहीं पड़ता है।
5.
पौधों के तने मुलायम होते हैं जो पानी के बहाव से टूटते नहीं हैं।
कुछ जलीय पौधे जल सतह पर प्लवन करते हैं, आंशिक रूप से जलमग्न पौधे जिनकी जड़ें मिट्टी मे स्थिर हैं। कुछ पौधे पूर्णतः जलमग्न हैं।
प्रश्न 53. प्रजनन से आप क्या समझते हैं?
इसके कुछ
उदाहरण चित्र सहित दीजिए।
उत्तर: प्रजनन: किसी जीवधारी द्वारा अपनें जैसे
प्रतिरूप उत्पन्न करना प्रजनन कहलाता है। उदाहरण के लिए ; किसी महिला द्वारा शिशु को जन्म
देना,
मुर्गी
द्वारा अण्डे देना तथा अण्डों से चूजे निकलना आदि प्रजनन के उदाहरण हैं।
जन्तु प्रजनन द्वारा अपने समान संतान उत्पन्न
करते हैं। भिन्न जन्तुओं में प्रजनन का ढंग अलग-अलग होता है। कबूतर, चिड़िया, मोर, साँप, मगरमच्छ, कछुआ आदि जन्तु अण्डे देते हैं
तथा अण्डों से बच्चे निकलते हैं। मादा कुत्ते, बिल्ली, गाय शिशुओं को जन्म देती हैं।
पेड़-पौधों
में भी प्रजनन होता है। भिन्न-भिन्न पौधों में प्रजनन भिन्न-भिन्न प्रकार का होता
है। अनेक पौधों से बीज उत्पन्न होते हैं जो अंकुरण करके नए पौधों को जन्म देते
हैं। जैसे–चना, मटर, गेहूँ, सेम आदि । अनेक पौधे इनके कायिक
भागों द्वारा भी उत्पन्न हो जाते हैं। जैसे आलू, गन्ना, गुलाब।
एक पौधे का बीज अंकुरित होकर नया
पौधा बनता है
आलू की सुप्त कलिका से उगता एक पौधा
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