Chapter-7
“किशोरावस्था की ओर” 8th Class Science
Notes in Hindi
→ किशोरावस्था (Adolescence) : जीवनकाल की वह अवधि है जब जनन परिपक्वता आती है।
→ यौवनारम्भ (Puberty) : 11 से 18 या 19
वर्ष की वह अवस्था जिसमें जनन चक्र का आरंभ होता है ।
→ स्वरयंत्र (Voice box) : मनुष्य के गले में उपास्थि से बना भाग,जो आवाज़ पैदा करता है ।
→ हार्मोन (Hormones) : रासायनिक पदार्थ जो शरीर की क्रियात्मक क्रियाओं को
नियंत्रित करते हैं।
→ इंसुलिन (Insulin) : रक्त में शक्कर के स्तर को नियंत्रित रखने वाला हार्मोन ।
→ टेस्टोस्टेरॉन (Testosterone) : यौवनारम्भ में वृषण द्वारा स्रावित नर हार्मोन ।
→ ऐस्ट्रोजन (Estrogen) : यौवनारम्भ में अंडाशय द्वारा स्रावित मादा हार्मोन, जो स्तनों का विकास करता है ।
→ थायरॉक्सिन (Thyroxin) : थाइरॉइड ग्रन्थि द्वारा स्रावित हार्मोन जो गले में स्थित
होता है।
→ एड्रिनेलिन (Adrenalin) : रक्त में लवण की मात्रा के संतुलन के लिए एड्रीनल ग्रन्थि
का स्राव करता है ।
→ संतुलित आहार (Balanced diet) : वह आहार जिसमें सभी संतुलित आहार उचित अनुपात में हों ।
Lesson-7 “किशोरावस्था की ओर”
8th Class Science पहेली
बूझो
प्रश्न 1. शरीर में होने वाले ऐसे परिवर्तन जिनसे जनन
परिपक्वता आती है, की अवधि कब तक रहती है?
उत्तर: किशोरावस्था की अवधि लगभग 11 वर्ष से शुरू होकर 18 या 19 वर्ष की आयु तक रहती है।
प्रश्न 2. क्या बाल्यकाल एवं युवावस्था के मध्य की अवधि का कोई विशेष नाम है?
उत्तर: इस अवधि का विशेष नाम किशोरावस्था है।
प्रश्न 3. यौवनारम्भ में होने वाले परिवर्तनों का प्रारम्भ कौन करता है?
उत्तर: यौवनारम्भ में होने वाले अन्य परिवर्तन-
(1) लम्बाई में वृद्धि होना । (2) शरीर के आकार का बदलना ।
(3) आवाज़ का बदलना । (4) तैलग्रन्थियों की क्रियाशीलता में वृद्धि ।
(5) जनन अंगों का विकास । (6) मानसिक, बौद्धिक एवं संवेदनात्मक परिपक्वता प्राप्त करना ।
प्रश्न 4. क्या जननकाल एक बार प्रारम्भ होने के बाद जीवन पर्यन्त तक चलता रहता है या कभी समाप्त होता है?
उत्तर: पहेली को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। शरीर के सभी अंग समान दर से वृद्धि
नहीं करते। कभी-कभी किशोर के हाथ अथवा पैर शरीर के अन्य अंगों की अपेक्षा
बड़े दिखाई देते हैं। परन्तु शीघ्र ही दूसरे भाग भी वृद्धि कर शारीरिक अनुपात को
संतुलित कर देते हैं फलतः शरीर सुडौल हो जाता है।
प्रश्न 5. मेरे अनेक सहपाठियों की फटी आवाज़ है । अब मैं जान गया हूँ ऐसा क्यों हैं ?
उत्तर: किशोरावस्था में लड़कों की स्वरयंत्र की पेशियों में कभी-कभी अनियंत्रित वृद्धि हो जाती है, जिस कारण आवाज़ फटने या भर्राने लगती है।
प्रश्न 6. बूझो और पहेली दोनों ही जानना चाहते हैं कि यौवनारम्भ में होने वाले इन परिवर्तनों का प्रारंभ कौन करता है?
उत्तर: यौवनारम्भ में होने वाले इन परिवर्तनों का प्रारम्भ हार्मोन के द्वारा होता
है।
प्रश्न 7. पहेली और बूझो अब समझ गए हैं कि यौवनारम्भ व्यक्ति में जनन अवधि का प्रारम्भ है जब व्यक्ति जनन की क्षमता प्राप्त करता है । परन्तु, वे जानना चाहते हैं कि क्या जनन-काल एक बार प्रारंभ होने के बाद जीवन पर्यन्त चलता रहता है या कभी समाप्त होता है ?
उत्तर: स्त्रियों में जननावस्था का प्रारम्भ 10 से 12
वर्ष की आयु से हो जाता है तथा यह अधिकांशत: 40 से 50 वर्ष तक की आयु तक चलता रहता है।
प्रश्न 8. पहेली कहती है कि स्त्रियों में जनन काल की अवधि रजोदर्शन से रजोनिवृत्ति तक होती है । क्या वह सही है ?
उत्तर: हाँ,
वह बिल्कुल सही है।
प्रश्न 9. मैंने अपनी माँ और चाची को बातें करते सुना कि मेरी चचेरी बहन का होने वाला बच्चा लड़का होगा या लड़की। मुझे यह जानने की उत्सुकता है कि इस बात का निर्धारण कैसे होता है कि निषेचित अंडाणु लड़के में अथवा लड़की में विकसित होगा ?
उत्तर:निषेचित अंडाणु,
जन्म लेने वाले शिशु के लिंग निर्धारण का संदेश होता है ।
यह गुणसूत्रों के द्वारा ज्ञात होता है । सभी मनुष्यों की कोशिकाओं के केन्द्रक
में 23
जोड़े गुणसूत्र पाए जाते हैं. इनमें से 2 गुणसूत्र (1
जोड़ी) लिंग गुण -सूत्र हैं जिन्हें x एवं Y
कहते हैं । स्त्री में दो X गुणसूत्र होते हैं जबकि पुरुष में एक x तथा एक Y गुणसूत्र होता है। जब X गुणसूत्र वाला शुक्राणु अंडाणु को निषेचित करता है तो युग्मनज में दो x गुणसूत्र होंगे तथा वह मादा शिशु में विकसित होगा । यदि
अंडाणु को निषेचित करने वाले शुक्राणु में Y गुणसूत्र है तो युग्मनज नर शिशु में विकसित होगा।
प्रश्न 10. क्या अन्य जन्तुओं में भी हार्मोन स्रावित होते हैं? क्या जनन प्रक्रिया में उनका कोई योगदान है ?
उत्तर: हाँ,
जन्तुओं में भी हार्मोन स्रावित होते हैं । उदाहरण के लिए
मेंढक में थाइराइड द्वारा स्रावित हार्मोन थायरॉक्सिन कायांतरण का नियमन करता है।
प्रश्न 11. यदि व्यक्ति के आहार में पर्याप्त आयोडीन न हो तो क्या उन्हें थायरॉक्सिन की कमी के कारण ‘गॉयटर’ हो जाएगा?
उत्तर:हाँ,
थायरॉक्सिन की कमी के कारण घेघा (गॉयटर) हो जायेगा।
Lesson-7 “किशोरावस्था की ओर” 8th Class Science Textbook Questions
and Answers
प्रश्न 1. शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए उत्तरदायी अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित पदार्थ का क्या नाम है ?
उत्तर: हार्मोन ।
प्रश्न 2. किशोरावस्था को परिभाषित कीजिए ।
उत्तर:किशोरावस्था जीवनकाल की वह अवधि है, जब शरीर में ऐसे परिवर्तन होते हैं जिनके परिणामस्वरूप जनन परिपक्वता आती है ।
यह अवस्था 11
वर्ष की आयु से 18 अथवा 19
वर्ष की आयु तक रहती है । किशोरों को “टीनेजर्स’ (Teenagers) भी कहा जाता है ।
प्रश्न 3.ऋतुस्राव क्या है ? वर्णन कीजिए।
उत्तर: स्त्री में ऋतुस्राव किशोरावस्था से प्रारंभ हो जाता है। यह सामान्य रूप से
प्रत्येक 28
से 30 दिनों के बाद 40-45
वर्ष की आयु तक चलता रहता है । यह गर्भधारण की अवस्था में
नहीं होता है। इस चक्र की एक अवस्था में गर्भाशय से रुधिर प्रवाह होता है । यह
मासिक धर्म अथवा ऋतुस्राव कहलाता है।
प्रश्न 4. यौवनारम्भ के समय होने वाले शारीरिक परिवर्तनों की सूची बनाइए।
उत्तर: यौवनारम्भ के समय लड़कों में होने वाले परिवर्तन-
(1) हाथ और पैर पर रोम आ जाते हैं।
(2)
जांघों के मध्य जननांगी क्षेत्र का रंग गहरा हो जाता है ।
(3) त्वचा तैलीय हो जाती है और चेहरे पर मुहाँसे निकल आते हैं।
(4)
आवाज़ फटने लगती है ।
(5) काँख एवं जाँघों के मध्य जननागी क्षेत्र में बाल निकल आते
हैं।
(6)
चेहरे पर दाढ़ी-मूंछ निकल आती हैं।
यौवनारम्भ के समय लड़कियों में होने वाले परिवर्तन:
(1) काँख एवं जांघों के मध्य जननांगी क्षेत्र में बाल निकल आते
हैं।
(2)
हाथ एवं चेहरे पर महीन रोम आने लगते हैं ।
(3) त्वचा तैलीय होने लगती है तथा चेहरे पर मुहाँसे निकलने लगते
हैं।
(4)
स्तनों के आकार में वृद्धि होने लगती है ।
(5) स्तनाग्र की त्वचा का रंग भी गहरा होने लगता है ।
(6)
रजोधर्म होने लगता है।
प्रश्न 5. दो कॉलम वाली एक सारणी बनाइए जिसमें अंतःस्रावी ग्रंथियों के नाम तथा उनके द्वारा स्रावित हार्मोन के नाम दर्शाए गए हों।
उत्तर:
अंतःस्रावी ग्रंथि |
हार्मोन |
1.
पीयूष ग्रंथि |
वृद्धि हार्मोन, थाइरोट्रोपिक हार्मोन |
2.
थायरॉइड ग्रंथि |
थायरोक्सिन हार्मोन |
3.
वृषण |
टेस्टोस्टेरान |
4.
अंडाशय |
ऐस्ट्रोजन |
5.
अग्न्याशय |
इंसुलिन |
6.
एड्रीनल ग्रन्थि |
एड्रिनेलिन |
प्रश्न 6.लिंग हार्मोन क्या हैं ? उनका नामकरण इस प्रकार क्यों किया गया ? उनके प्रकार्य बताइए।
उत्तर:लिंग हार्मोन:
नर में वृषण द्वारा तथा मादा में अंडाशय के द्वारा स्रावित, हार्मोन, लिंग हार्मोन कहलाते हैं। यह मादा और नर लिंग में भिन्न होते हैं, इसलिए इन्हें यह नाम दिया गया है ।
(1) नर लिंग हार्मोन : यह वृषण द्वारा स्रावित होता है । इस हार्मोन से लड़के के चेहरे के बालों की
वृद्धि होती है तथा यह शुक्राणु उत्पन्न करने की क्षमता पैदा करता है। टेस्टोस्टेरॉन
नर लिंग हार्मोन है।
(2) मादा लिंग हार्मोन : यह अंडाशय द्वारा स्रावित होते हैं। यह गर्भधारण में सहायक है तथा यह गौण जनन
लक्षण जैसे स्तनों की वृद्धि आदि पर नियंत्रण रखते हैं। ऐस्ट्रोजन मादा लिंग
हार्मोन है।
प्रश्न 7. सही विकल्प चुनिए-
(क) किशोरों को सचेत रहना चाहिए कि वह क्या खा रहे हैं, क्योंकि
(i) उचित भोजन से उनके मस्तिष्क का विकास होता है।
(ii) शरीर में तीव्र गति से होने वाली वृद्धि में उचित आहार की आवश्यकता होती है।
(iii) किशोर को हर समय भूख लगती रहती है ।
(iv) किशोर में स्वाद कलिकाएँ (ग्रंथियाँ) भली-भाँति विकसित होती है ।
उत्तर: (ii) शरीर में तीव्र गति से होने वाली वृद्धि में उचित आहार की आवश्यकता होती है।
(ख) स्त्रियों में जनन आयु (काल) का प्रारम्भ उस समय होता है जब उनके
(i) ऋतुस्राव प्रारम्भ होता है। (ii) स्तन विकसित होना प्रारम्भ करते हैं।
(iii) शारीरिक भार में वृद्धि होने लगती है। (iv) शरीर की लम्बाई बढ़ती है ।
उत्तर: (i) ऋतुस्राव प्रारम्भ होता है।
(ग) निम्न में से कौन-सा आहार किशोर के लिए सर्वोचिंत है।
(i) चिप्स, नूडल्स,कोक (ii)रोटी, दाल, सब्जियाँ
(iii)चावल, नूडल्स, बर्गर (iv)शाकाहारी टिक्की, चिप्स तथा लेमन पेय
उत्तर: (ii) रोटी,
दाल, सब्जियाँ
प्रश्न 8. निम्न पर टिप्पणी लिखिए –
(क) ऐडम्स ऐपल
(ख) गौण लैंगिक लक्षण
(ग) गर्भस्थ शिशु में लिंग निर्धारण
उत्तर: (क)
ऐडॅम्स ऐपल : यौवनारम्भ में लड़कों के स्वरयंत्र अथवा लैरिन्कस के बढ़ने के कारण जो अंग गले
में सुस्पष्ट उभरा हुआ नजर आता है, उसे ऐडम्स ऐपल (कंठमणि) कहते हैं ।
(ग) गर्भस्थ शिशु में
लिंग निर्धारण :
सभी मनुष्यों की कोशिकाओं के केन्द्रक में 23 जोड़े गुणसूत्र पाए जाते हैं। इनमें से 2 गुणसूत्र लिंग गुणसूत्र हैं, जिन्हें x तथा Y
कहते हैं । स्त्री में दो x गुणसूत्र होते हैं जबकि पुरुष में एक x तथा एक Y गुणसूत्र होता है । अंडाणु तथा शुक्राणु में गुणसूत्रों का एक जोड़ा होता है।
जब X गुणसूत्र वाला शुक्राणु अंडाणु को निषेचित करता है तो युग्मनज में दो x गुणसूत्र होंगे तथा वह मादा शिशु में विकसित होगा । यदि अंडाणु को निषेचित करने वाले शुक्राणु में Y गुणसूत्र है तो युग्मनज नर शिशु में विकसित होगा।
प्रश्न 9. शब्द पहेली: शब्द बनाने के लिए संकेत संदेश का प्रयोग कीजिए-
ऊपर से नीचे की ओर –
1. अंतःस्रावी ग्रन्थियों का दूसरा नाम ।
2. स्वर पैदा करने वाला अंग ।
3. स्त्री हार्मोन ।
बाई से दाईं ओर –
4. एड्रिनल ग्रंथि से स्रावित हार्मोन ।
5. मेंढक में लार्वा से वयस्क तक होने वाला परिवर्तन ।
6. अंतःस्रावी ग्रन्थियों द्वारा सावित पदार्थ ।
7. किशोरावस्था को कहा जाता है।
उत्तर: ऊपर से नीचे की ओर –
आयु (वर्षो में) |
लम्बाई (सेमी.
में) |
|
लड़के |
लड़कियाँ |
|
0 |
53 |
53 |
4 |
96 |
92 |
8 |
114 |
110 |
12 |
129 |
133 |
16 |
150 |
150 |
20 |
173 |
165 |
उपर्युक्त ग्राफ से पता चलता है कि लड़कों और लड़कियों दोनों में लम्बाई में
वृद्धि लगभग समान होती है। यह वृद्धि पहले 8 वर्षों तक लड़कियों में कम और फिर 20 वर्ष तक समान होती है ।
Lesson-7 “किशोरावस्था की ओर” 8th Class Science बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 11. स्त्रियों में जननावस्था का प्रारम्भ सामान्यतः होता है –
(अ) 10 से 12 वर्ष के बीच (ब) 18 से 20 वर्ष के बीच
(स) 45 से 50 वर्ष के बीच (द) 28 से 30 वर्ष के बीच ।
उत्तर: (अ) 10 से 12 वर्ष के बीच
प्रश्न 12. अग्नाशय द्वारा स्रावित होने वाला हार्मोन है –
(अ) टेस्टोस्टेरॉन (ब) ऐस्ट्रोजन (स) इन्सुलिन (द) थायरॉक्सिन ।
उत्तर: (स)
इन्सुलिन
प्रश्न 13. यदि युग्मनज में दो गुणसूत्र हों तो वह होगा।
(अ) नर (ब) मादा (स) न नर न मादा (द) उपरोक्त में से कोई नहीं ।
उत्तर: (ब)
मादा
प्रश्न 14. पीयूष ग्रन्थि होती है –
(अ) मस्तिष्क में (ब) गले में (स) हृदय में (द) वृषण में ।
उत्तर: (अ)
मस्तिष्क में
प्रश्न 15. निम्न में स्त्री हार्मोन है –
(अ) टेस्टोस्टेरॉन (ब) थायरॉक्सिन (स) इन्सुलिन (द) ऐस्ट्रोजन ।
उत्तर: (द)
ऐस्ट्रोजन ।
प्रश्न 16. लारवा से वयस्क बनने के परिवर्तन को कहते हैं –
(अ) जीवाणु संक्रमण (ब) कायांतरण (स) रजोदर्शन (द) उपरोक्त में से कोई नहीं ।
उत्तर: (ब)
कायांतरण
प्रश्न 17. रिक्त स्थान पूर्ति करों ।
(क) किशोरावस्था लगभग ……………. वर्ष की आयु से प्रारम्भ होकर 18 अथवा 19 वर्ष की आयु तक रहती है।
(ख) …………… में स्वरयंत्र में वृद्धि का प्रारंभ होता है।
(ग) यौवनारम्भ के साथ ही वृषण ………….. का स्रावण प्रारंभ कर देता है।
(घ) वृषण एवं अंडाशय ……… हार्मोन स्रावित करते हैं।
(ङ) ऋतुस्राव के रुक जाने को …………….. कहते हैं।
उत्तर: (क)
11 (ख) यौवनारम्भ (ग) टेस्टोस्टरॉन (घ) लैंगिक (ङ) रजोनिवृत्ति
प्रश्न 18. सुमेलन करों ।
कॉलम ‘अ’ |
कॉलम ‘ब’ |
(i) स्वरयंत्र |
(क) वृषण से स्रावित लैंगिक हार्मोन |
(ii) टेस्टोस्टेरॉन |
(ख) थायरॉइड ग्रंथि का रोग । |
(iii) एस्ट्रोजन |
(ग) गले के सामने की ओर सुस्पष्ट उभरा भाग |
(iv) रजोनिवृत्ति |
(घ) अंडाशय से स्रावित लैंगिक हार्मोन |
(v) गॉयटर |
(ङ) ऋतुस्राव के रुक जाने की स्थिति |
उत्तर:
कॉलम ‘अ’ |
कॉलम ‘ब’ |
(i)
स्वरयंत्र |
(ग) गले के सामने की ओर सुस्पष्ट उभरा भाग |
(ii)
टेस्टोस्टेरॉन |
(क) वृषण से स्रावित लैंगिक हार्मोन |
(iii)
एस्ट्रोजन |
(घ) अंडाशय से स्रावित लैंगिक हार्मोन |
(iv)
रजोनिवृत्ति |
(ङ) ऋतुस्राव के रुक जाने की स्थिति |
(v)
गॉयटर |
(ख) थायरॉइड ग्रंथि का रोग । |
प्रश्न 19. सत्य / असत्य कथन।
(क) यौवनारम्भ में स्वरयंत्र में वृद्धि का प्रारंभ होता है।
(ख) किशोरावस्था में स्वेद एवं तैलग्रंथियों का स्राव बढ़ जाता है।
(ग) ऋतुस्राव लगभग 21 से 24 दिन में एक बार होता है।
(घ) ऋतुस्राव के रुक जाने को रजोदर्शन कहते हैं।
(ङ) पुरुष में एक x तथा एक Y लिंग गुण सूत्र होता है।
उत्तर: (क)
सत्य (ख)
सत्य (ग)
असत्य (घ)
असत्य (ङ)
सत्य
Lesson-7 “किशोरावस्था की ओर”
8th Class Science अतिलघु
उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. किशोरावस्था से क्या तात्पर्य है?
उत्तर: जीवन काल की वह अवधि जब शरीर में ऐसे परिवर्तन होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप जनन परिक्वता आती है, किशोरावस्था कहलाती है।
प्रश्न 2. किशोरों को ‘टीनेजर्स’ भी क्यों कह जाता है?
उत्तर:चूंकि किशोरावस्था की अवधि अंग्रेजी के “teens” (Thirteen से Eighteen या Nineteen
वर्ष की आयु) तक होती है,
अत: किशोरों को ‘टीनेजर्स’ (Teenagers) भी कहा जाता है।
प्रश्न 3.स्वरयंत्र या लैरिन्कस क्या है? इसे क्या कहते हैं?
उत्तर:स्वरयंत्र या लैरिन्क्स लड़कों में गले के सामने की ओर सुस्पष्ट उभरे भाग के
रूप में दिखाई देने वाला भाग है जिसे ऐडम्स ऐपल (कंठमणि) कहते हैं।
प्रश्न 4.किशोरावस्था में किन ग्रंथियों का स्राव बढ़ जाता हैं ?
उत्तर: स्वेद एवं तैलग्रंथियों का।
प्रश्न 5.किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन किनके द्वारा नियंत्रित होते हैं?
उत्तर: हार्मोन द्वारा।
प्रश्न 6. हार्मोन किन ग्रंथियों द्वारा स्रावित होते हैं?
उत्तर: अंत स्रावी ग्रंथियों द्वारा।
प्रश्न 7. वृषण एवं अंडाशय कौन-से हार्मोन स्रावित करते हैं?
उत्तर: लैंगिक हार्मोन।
प्रश्न 8. रजोदर्शन क्या है?
उत्तर: पहला ऋतुस्राव यौवनारम्भ में होता है जिसे रजोदर्शन कहते हैं।
प्रश्न 9.रजोनिवृत्ति किसे कहते हैं?
उत्तर:ऋतुसाव के रुक जाने को रजोनिवृत्ति कहते हैं।
प्रश्न 10.ऋतुस्राव चक्र का नियंत्रण किसके द्वारा होता है?
उत्तर:हार्मोन द्वारा।
प्रश्न 11.मनुष्य की कोशिकाओं के केन्द्र में कितने गुण सूत्र पाये जाते हैं?
उत्तर:23 जोड़े गुणसूत्र।
प्रश्न 12.पुरुष में पाये जाने वाले लिंग गुणसूत्रों के नाम लिखिए?
उत्तर:एक x
तथा एक Y गुणसूत्र।
प्रश्न 13.स्त्री में पाये जाने वाले लिंग गुण सूत्रों के नाम लिखिए?
उत्तर:दो x
गुण सूत्र।
प्रश्न 14.कौन-सी ग्रंथि द्वारा स्रावित हार्मोन जननांगों को उनके हर्मोन उत्पन्न करने के लिए उद्दीपित करते हैं?
उत्तर:पीयूष ग्रंथि।
प्रश्न 15.थायरॉइड ग्रंथि के रोग का नाम लिखिए?
उत्तर:गॉयटर (घंधा)।
प्रश्न 16.थायरॉक्सिन हार्मोन का उपादन कौन सी ग्रंथि करती है?
उत्तर:थायरॉइड ग्रंथि।
प्रश्न 17.अग्नाशय कौन-सा हार्मोन स्रावित करता है जो मधुमेह रोग को नियंत्रित करता है?
उत्तर:इन्सुलिन हार्मोन।
प्रश्न 18.वृद्धि हार्मोन को स्रावित करने वाली ग्रंथि का नाम बताइए?
उत्तर:पीयूष ग्रंथि।
प्रश्न 19.कायांतरण किसे कहते हैं?
उत्तर:लारवा से वयस्क बनने के इस परिवर्तन को कायांतरण कहते हैं।
प्रश्न 20.कीटों में कायांतरण का नियंत्रण कौन-सा हार्मोन करता है?
उत्तर: कीट हार्मोन।
प्रश्न 21. संतुलित आहर का क्या अर्थ है?
उत्तर:भोजन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, वसा, विटामिन एवं खनिज का पर्याप्त मात्रा में समावेश होना है ।
प्रश्न 22. AIDS किस विषाणु द्वारा होता है?
उत्तर: HIV.
Lesson-7 “किशोरावस्था की ओर”
8th Class Science लघु
उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.यौवनारम्भ के समय हमारी लम्बाई में वृद्धि किस प्रकार होती है ? समझाइए ।
उत्तर:यौवनारम्भ के समय लड़के-लड़कियों में अनेक परिवर्तन होते हैं उनमें से लम्बाई में वृद्धि भी एक
परिवर्तन है । इस समय में लम्बाई में अचानक वृद्धि होती है जिसे हम आसानी से देख
सकते हैं । इस समय शरीर की लम्बी अस्थियों की अर्थात् हाथ व पैरों की अस्थियों की
लम्बाई में वृद्धि हो जाती है, इससे व्यक्ति लम्बा हो जाता है । प्रारम्भ में लड़कियाँ, लड़कों की अपेक्षा अधिक तीव्रता से बढ़ती हैं, परन्तु 18 वर्ष तक अपनी अधिकतम लम्बाई तक पहुँच जाती हैं । अलग-अलग व्यक्तियों की लम्बाई में वृद्धि की दर भी अलग-अलग होती है । कुछ यौवनारम्भ में तीव्र गति से बढ़ते हैं
तथा बाद में यह गति धीमी हो जाती है, जबकि कुछ धीरे-धीरे वृद्धि करते हैं।
प्रश्न 2. एक लड़का जिसकी आयु 9 वर्ष है तथा लंबाई 120 cm है। वृद्धि काल की समाप्ति पर उसकी अनुमानित लंबाई क्या होगी?
उत्तर:
उत्तर:किशोरावस्था में स्वेद एवं तैलग्रंथियों का स्राव बढ़ने लगता है । इन
ग्रंथियों की क्रियाशीलता के कारण कुछ व्यक्तियों के चेहरे पर मुहाँसे तथा
फुन्सियाँ होने लगती हैं।
प्रश्न 4.नलिका-विहीन ग्रंथियाँ क्या हैं ?
उत्तर:कुछ ग्रंथियाँ जैसे स्वेदग्रंथि, तैलग्रंथि तथा लारग्रंथि अपना स्राव वाहियों द्वारा स्रावित करती हैं । अंत:स्रावी ग्रंथियाँ हार्मोनों को सीधे रुधिर प्रवाह में
निर्मोचित करती हैं । इन्हें नलिका विहीन ग्रंथियाँ कहते हैं।
प्रश्न 5.यौवनारम्भ के समय जननांगों में किस प्रकार से विकास होता है ?
उत्तर: यौवनारम्भ के समय नर जननांग जैसे कि वृषण एवं शिश्न पूर्णतया विकसित हो जाते
हैं। वृषण से शुक्राणुओं का उत्पादन प्रारम्भ हो जाता है । लड़कियों के अंडाशय के
आकार में वृद्धि हो जाती है। अंडाशय से अण्डाणुओं का निर्मोचन शुरू हो जाता है।
प्रश्न 6. टेस्टोस्टेरॉन क्या है तथा इसके प्रमुख कार्य क्या है।
उत्तर: ‘टेस्टोस्टेरॉन’
नर लैंगिक हार्मोन है । यह वृषण द्वारा स्रावित होता है ।
इसके मुख्य कार्य –
(1) नर युग्मक ‘शुक्राणुओं’
का उत्पादन ।
(2) पुरुषों में सहायक लैंगिक अंगों तथा द्वितीयक लैंगिक लक्षणों,जैसे –
दाढ़ी-मूंछ तथा आवाज़ को नियंत्रित करना ।
प्रश्न 7.ऐस्ट्रोजन तथा टेस्टोस्टेरॉन में अन्तर बताइए।
उत्तर: ऐस्ट्रोजन तथा टेस्टोस्टेरॉन में निम्न अंतर है
ऐस्ट्रोजन – (1) यह मादा हार्मोन है, जो अंडाशय द्वारा
स्रावित होता है ।
(2) यह हार्मोन द्वितीयक मादा लक्षणों का विकास करता है।
जैसे- स्तनों का विकास।
टेस्टेस्टेरॉन – (1) यह नर हार्मोन है जो वृषण द्वारा स्रावित होता है ।
(2) यह हार्मोन द्वितीयक नर लक्षणों का विकास करता है ।
जैसे – दाढ़ी-मूंछ का उगना ।
प्रश्न 8. स्त्री लैंगिक हार्मोन का नाम एवं कार्य लिखिए।
उत्तर: स्त्री लैंगिक हार्मोन एस्ट्रोजन होता है –
एस्ट्रोजन के कार्य –
(1)
सहायक लैंगिक अंगों तथा द्वितीयक लैंगिक लक्षणों जैसे – स्तनग्रंथियों तथा आवाज़ आदि का नियंत्रण करना।
(2) मादा युग्मक (अर्थात् अंडाणु)
के उत्पादन पर नियंत्रण करना ।
प्रश्न 9.मानव में जननकाल का निर्धारण कब एवं कैसे होता है।
उत्तर: मानव में किशोरावस्था में जब वृषण तथा अंडाशय युग्मक उत्पादित करने लगते हैं
तब वे जनन के योग्य हो जाते हैं। स्त्रियों में जननावस्था का प्रारम्भ यौवनारम्भ (10 से 12 वर्ष की आयु)
से हो जाता है तथा सामान्यतः 45 से 50 वर्ष की आयु तक चलता है । यौवनारम्भ पर अण्डाणु परिपक्व होने लगते हैं ।
अण्डाशयों में एक अण्डाणु परिपक्व होता हैं तथा लगभग 28 से 30 दिनों के अन्तराल पर किसी एक अंडाशय द्वारा निर्माचित होता है । इस अवधि में
गभाशय की दीवार मोटी हो जाती है जिससे वह अडाशय के निषेचन के पश्चात् युग्मनज को
ग्रहण कर सके जिसके बाद गर्भ धारण हो सके । पुरुषों में जननकाल स्त्रियों की
अपेक्षा अत्यधिक समय तक रहता है।
प्रश्न 10. रजोधर्म या ऋतुस्राव तथा आवर्तचक्र से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर: निषेचन न होने की अवस्था में गर्भाशय की आंतरिक मोटी भित्ति रक्तवाहिनियों के
साथ टूटकर रक्तस्राव के रूप में योनि मार्ग से बाहर आती है । यह रजोधर्म कहलाता
है। अंडाशय तथा गर्भाशय में होने वाली चक्रीय प्रक्रियाएँ जो हर 28 वें दिन के रजोधर्म के बाद आवर्त होती हैं, उन्हें आवर्त चक्र या रजोधर्म कहते हैं ।
प्रश्न 11. रजोदर्शन और रजोनिवृत्ति में अंतर लिखिए।
उत्तर: रजोदर्शन – (1) यौवनावस्था में पहला ऋतुस्राव।
(2) 10 – 12 वर्ष की आयु में प्रारम्भ होता है ।
(3) जनन काल का आरम्भ ।
रजोनिवृत्ति – (1) ऋतुस्राव की समाप्ति ।
(2) 45-50 वर्ष की आयु में होता है ।
(3) जनन काल की समाप्ति।
प्रश्न 12. आयोडीन युक्त नमक के उपयोग लिखिए।
उत्तर: थायरॉक्सिन हार्मोन के उत्पादन के लिए आयोडीन की उपस्थिति आवश्यक है। भोजन में
आयोडीन की कमी होने से मनुष्य को गॉयटर नामक रोग हो जाता है।
प्रश्न 13.ऐसे खाद्य पदार्थों के नाम लिखिए जो समुचित वृद्धि के लिए उत्तरदायी हैं।
उत्तर: भोजन में प्रोटीन, कार्बोडाइड्रेट्स, वसा, विटामिन एवं खनिज का पर्याप्त मात्रा में समावेश होना चाहिए जो समुचित वृद्धि
के लिए उत्तरदायी हैं। रोटी, चावल,
दाल, सब्जियाँ,
दूध एवं फल एक संतुलित आहार है।
प्रश्न 14. नियमित व्यायाम करने के क्या लाभ हैं?
उत्तर: ताजी हवा में टहलना एवं खेलना शरीर को चुस्त एवं स्वस्थ रखता है। नियमित
व्यायाम करने से हमारा शरीर रोग प्रतिरोधी हो जाता है।
प्रश्न 15. किशोरों को नशीले पदार्थों का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए?
उत्तर: नशीले पदार्थ शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। यह स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते
हैं। किशोर अवस्था में मन और शरीर अधिक क्रियाशील होता है। किसी के बहकावे में आकर
कभी भी नशा नहीं करना चाहिए। जब एक बार नशा करने की लत लग जाती है तब बार-बार नशा करने को मन करता है।
Lesson-7 “किशोरावस्था की ओर”
8th Class Science दीर्घ
उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. किशोरावस्था व्यक्ति की मानसिक, बौद्धिक एवं संवेदनात्मक परिपक्वता से किस प्रकार संबधित है?
उत्तर: किशोरावस्था व्यक्ति के सोचने के ढंग से परिवर्तन की अवधि भी है। पहले की
अपेक्षा किशोर अधिक स्वतंत्र एवं अपने प्रति अधिक सचेत होता है। उनमें बौद्धिक
विकास भी होता है तथा वे सोचने-विचारने में काफी समय लेते हैं। वास्तव में किसी व्यक्ति के जीवन में यह वह
समय है जब उसके मस्तिष्क की सीखने की क्षमता सर्वाधिक होती है। कभी-कभी, यद्यपि,
किशोर शारीरिक एवं मानसिक परिवर्तनों के प्रति अपने आपको
ढालने हेतु प्रयास करता हुआ स्वयं को असुरक्षित महसूस करता है। परन्तु किशोर होने
के नाते आपको समझना चाहिए कि असुरक्षित महसूस करने का कोई कारण नहीं है। ये
परिवर्तन प्राकृतिक हैं जो शारीरिक वृद्धि के कारण उत्पन्न हो रहे हैं।
प्रश्न 2. किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन हार्मोन द्वारा नियंत्रित होते हैं। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन हार्मोन द्वारा नियंत्रित होते हैं।
हार्मोन रासायनिक पदार्थ हैं। यह अंतःस्रावी ग्रंथियों अथवा अंतःस्रावी तंत्र
द्वारा स्रावित किए जाते हैं। यौवनारम्भ के साथ ही वृषण पौरुष हर्मोन अथवा
टेस्टोस्टेरॉन का स्रवण प्रारम्भ कर देता है। यह लड़कों में परिवर्तनों का कारक
है। उदाहरण के लिए चेहरे पर बालों का आना। लड़कियों में यौवनारम्भ के साथ ही
अंडाशय स्त्री हर्मोन अथवा एस्ट्रोजन उत्पादित करना प्रारम्भ कर देता है जिससे
स्तन विकसित हो जाते हैं। दुग्धस्रावी ग्रंथियाँ अथवा दुग्ध ग्रंथियाँ स्तन के
अंदर विकसित होती हैं। इन हार्मोनों के उत्पादन का नियंत्रण एक अन्य हार्मोन
द्वारा किया जाता है जो पीयूष ग्रंथि अथवा पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा स्रावित किया
जाता है।
प्रश्न 3.संतति का लिंग-निर्धारण किस प्रकार होता है। विस्तृत वर्णन कीजिए।
उत्तर: निषेचित अंडाणु अथवा युग्मनज में, जन्म लेने वाले शिशु के लिंग निर्धारण का संदेश होता है। यह संदेश निषेचित अंडाणु
में धागे-सी संरचना अर्थात गुणसूत्रों में निहित होता है। गुणसूत्र
प्रत्येक कोशिका के केंद्रक में उपस्थित होते हैं। सभी मनुष्यों की कोशिकाओं के
केन्द्रक में 23-जोड़े गुणसूत्र पाए जाते हैं। इनमें से 2 गुणसूत्र (1 जोड़ी)
लिंग-सूत्र हैं जिन्हें x एवं Y कहते हैं। स्त्री में दो गुणसूत्र होते हैं जबकि पुरुष में
एक x
तथा एक Y गुणसूत्र होता है। युग्मक (अंडाणु तथा शुक्राणु) में गुणसूत्रों का
एक जोड़ा होता है। अनिषेचित अंडाणु में सदा एक x गुणसूत्र होता है। परन्तु शुक्राणु दो प्रकार के होते हैं
जिनमें एक प्रकार में x गुणसूत्र एवं दूसरे
प्रकार में Y
गुणसूत्र होता है।
जब X गुणसूत्र वाला शुक्राणु अंडाणु को निषेचित करता है तो युग्मनज में दो x गुणसूत्र होंगे तथा वह मादा शिशु में विकसित होगा। यदि
अंडाणु को निषेचित करने वाले शुक्राणु में Y गुणसूत्र है तो युग्मनज नर शिशु में विकसित होगा।
प्रश्न 4. एक चित्र द्वारा मनुष्य के शरीर में अंत: स्रावी ग्रंथियों की स्थिति प्रदर्शित कीजिए।
प्रश्न
5. निम्नलिखित हार्मोन के कार्य लिखिए
(क) टेस्टोस्टेरॉन
हार्मोन
(ख) ऐस्ट्रोजन
हार्मोन
(ग) थायरॉक्सिन
हार्मोन
(घ) एड्रिनेलिव
हार्मोन
(ङ) वृद्धि हार्मोन
(च) कीट हार्मोन
उत्तर: (क)
टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन के कार्य:
1.लड़कों के चेहरे पर बाल आना
2. शुक्राणुओं का उत्पादन
3.द्वितीयक लैंगिक लक्षणों जैसे- दाड़ी-मूंछ एवं आवाज़ का नियंत्रित होना।
(ख) ऐस्ट्रोजन हार्मोन
के कार्य:
1. लड़कियों में स्तन का विकास
2.दुग्धस्रावी ग्रंथियों का स्तन के अंदर विकास
3.अंडाणु के उत्पादन पर नियंत्रण।
(ग) थायराक्सिन हार्मोन
के कार्य:
1.पाचन में सहायक
2.मांसपेशियों के कार्य में सहायक
3.मस्तिष्क के विकास में सहायक।
(घ) एड्रिनेलिन हार्मोन
के कार्य:
क्रोध,
चिंता एवं उत्तेजना की अवस्था में तनाव के संयोजन का कार्य।
(ङ) वृद्धि हार्मोन के
कार्य:
व्यक्ति की सामान्य वृद्धि के लिए आवश्यक।
(च) कीट हार्मोन के
कार्य:
कीटों में कायांतरण का नियंत्रण।
प्रश्न 6. कीट एवं मेंढक में जीवन-चक्र पूर्ण करने में हार्मोन के योगदान का वर्णन कीजिए।
उत्तर: रेशम के कीट के जीवन-चक्र में इल्ली को
वयस्क बनने तक अनेक चरणों से गुजरना पड़ता है। इसी प्रकार मेंढक के जीवन-चक्र में टैडपोल को भी वयस्क मेंढक बनने के लिए अनेक चरणों
से गुजरना पड़ता है। लारवा से वयस्क बनने के इस परिवर्तन को कार्यातरण कहते है।
कीटों में कायांतरण का नियंत्रण कीट हार्मोन द्वारा होता है। मेंढक में थायरॉइड
द्वारा स्रावित हार्मोन थायरॉक्सिन इसका नियमन करता है। थायरॉक्सिन के उत्पादन के
लिए जल में आयोडीन की उपस्थिति आवश्यक है। यदि जल में जिसमें टैडपोल वृद्धि कर रहे
हैं,
पर्याप्त मात्रा में आयोडीन नहीं है तो टैडपोल वयस्क मेंढक
में परिवर्धित नहीं हो सकते।
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