Chapter -10 विद्युत धारा
और इसके प्रभाव 7th Class Science
Chapter -10 विद्युत धारा और इसके प्रभाव Class 7th Lesson Plan and Notes in Hindi
→ विद्युत अवयवों को उनके प्रतीकों
द्वारा निरूपित करना सुविधाजनक होता है। इनका उपयोग करके किसी विद्युत परिपथ को
परिपथ आरेख द्वारा निरूपित किया जा सकता है।
→ विद्युत
सेल के दो टर्मिनल होते हैं-एक धन टर्मिनल तथा दूसरा ऋण टर्मिनल।
→ जब किसी
तार से कोई विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो वह तार तप्त हो जाता है। यह
विद्युत धारा का तापीय प्रभाव कहलाता है। इस प्रभाव के बहुत से अनुप्रयोग हैं।
→ विद्युत
हीटर,
विद्युत
स्त्री एवं विद्युत बल्ब विद्युत धारा के तापीय प्रभाव पर कार्य करते हैं।
विद्युत् फ्यूज का प्रयोग परिपथ को अतिभारण से बचाने के लिए किया जाता है।
→ जब किसी
तार से विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो वह चुम्बक की भाँति व्यवहार
करता है। इसे विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव कहते हैं।
→ लोहे के
किसी टुकड़े पर विद्युतरोधी तार से लिपटी विद्युत धारावाही कुण्डली को विद्युत
चुम्बक कहते हैं।
→ विद्युत
चुम्बक बहुत-सी युक्तियों में उपयोग किये जाते हैं।
→ विद्युत
अवयव –
सेल, बल्ब, स्विच, बैटरी, तार आदि।
→ विद्युत
परिपथ –
विभिन्न
विद्युत अवयवों को जोड़कर बनाया गया पथ।
→ बैटरी – दो या दो से अधिक सेलों के संयोजन
को बैटरी कहते हैं।
→ सेल होल्डर
–
सेलों को
लगाने का केस। विद्यत फ्यूज परिपथ में अतिभारण से होने वाले शार्ट सर्किट से बचाने
के लिए लगायी गयी युक्ति।
→ विद्युत
साधित्र –
विद्युत
परिपथ में प्रयुक्त उपकरण या युक्तियाँ।
→ विद्युत
चुम्बक –
तारों को
लपेटकर बनाई गई कुण्डली में विद्युत प्रवाहित करने पर यह चुम्बक की तरह व्यवहार
करती है जिसे विद्युत चुम्बक कहते हैं।
→ कुण्डली – तारों को लपेट कर बनायी गयी
संरचना। विद्युत घण्टी-चुम्बक एवं कुण्डली से बनी बिजली से चलने वाली घण्टी।
→ लघुपथन – विद्युत परिपथ में होने वाला
शार्ट सर्किट।
7th Class Science 10-विद्युत धारा और इसके प्रभाव In Text Que and Answer
बूझो/पहेली
प्रश्न 1. पहेली तथा बूझो यह जानना चाहते हैं कि
क्या ट्रैक्टरों, टूकों तथा इनवर्टर में उपयोग होने
वाली बैटरियाँ भी सेलों से बनी हैं। तब फिर इन्हें बैटरी क्यों कहते हैं ? क्या आप इस प्रश्न का उत्तर पता लगाने
में उनकी सहायता कर सकते हैं ?
उत्तर: ट्रकों तथा ट्रैक्टरों में लगने
वाली बैटरियाँ अनेक सेलों से मिलकर बनी होती हैं। ये सेल, शुष्क सेल नहीं होते बल्कि ये
प्लेटों के कई सेट होते हैं तथा प्रत्येक सेट एक सेल की तरह कार्य करता है।
चित्र : ट्रकों की बैटरी तथा इसका
काट-चित्र
प्रश्न 2.
पहेली तथा बूझो
ने कुछ दिन पहले एक जादू का खेल देखा था। जादूगर ने स्टैण्ड पर लोहे का एक बॉक्स
रखा। फिर उसने बूझो को बुलाकर उससे बॉक्स को उठाने के लिये कहा। बूझो ने बॉक्स को
आसानी से उठा लिया। अब उस जादूगर ने कुछ बुदबुदाते हुए बॉक्स पर छड़ी घुमाकर अपना
करतब दिखाना शुरू किया। उसने पुनः बूझो से बॉक्स को उठाने के लिये कहा। इस बार तो
बूझो उसे हिला भी नहीं सका। जादूगर फिर कुछ बुदबुदाया और बूझो ने बॉक्स को आसानी
से उठा लिया।
वूझो और पहेली सहित सभी दर्शक इस
प्रदर्शन से अत्यधिक प्रभावित थे और यह समझ रहे थे कि जादूगर के पास कोई अलौकिक
शक्ति है। परन्तु इस अध्याय को पढ़ने के पश्चात् पहेली यह सोच रही है कि क्या
वास्तव में इस युक्ति में कोई जादू था अथवा इसमें कोई विज्ञान सम्मिलित था। क्या
आप यह अनुमान लगा सकते हो कि इसमें विज्ञान से सम्बन्धित कौन-सी युक्ति सम्मिलित
हो सकती है ?
उत्तर: जादूगर ने बॉक्स के नीचे विद्युत
चुम्बक लगा दिया जिसे, ‘ऑन’
तथा ‘ऑफ’ किया जा सकता था। वह अपने साथी को
‘ऑन’ करने के लिये कहता तो लोहे का
बॉक्स विद्युत चुम्बक की तरफ खिंचता, इसलिए उसे उठाया नहीं जा सकता था।
10-विद्युत धारा और इसके प्रभाव 7th Class Science Textbook Questions and
Answers
प्रश्न 1.
विद्युत परिपथ
के निम्नलिखित अवयवों को निरूपित करने वाले प्रतीक अपनी नोटबुक पर खींचिए : संयोजक
तार, स्विच ‘ऑफ’
की स्थिति में,
विद्युत बल्ब,
विद्युत सेल,
स्विच ‘ऑन’
की स्थिति में
तथा बैटरी।
उत्तर:

प्रश्न 2.
चित्र में
दर्शाये गये विद्युत परिपथ को निरूपित करने के लिए परिपथ आरेख खींचिए।
उत्तर: विद्युत
परिपथ चित्र 10.21 में दर्शाये गये विद्युत परिपथ को
निरूपित करने के लिए परिपथ आरेख-

प्रश्न 3.
चित्र में चार
सेल दिखाये गये हैं। रेखाएँ खींचकर यह निर्दिष्ट कीजिए कि चार
सेलों के टर्मिनलों को तारों द्वारा संयोजित करके आप बैटरी कैसे बनायेंगे? 
उत्तर:

प्रश्न 4.
चित्र में
दर्शाये गये परिपथ में बल्ब दीप्त नहीं हो पा रहा है। क्या आप इसका कारण पता लगा
सकते हैं ? परिपथ में आवश्यक परिवर्तन करके बल्ब
को प्रदीप्त कीजिए।
उत्तर: दोनों ऋणात्मक टर्मिनलों को बल्ब से जोड़ देने के कारण बल्ब
दीप्त नहीं हो पा रहा है।
प्रश्न 5.
विद्युतधारा के
किन्हीं दो प्रभावों के नाम लिखिए।
उत्तर: 1.विद्युतधारा
का चुम्बकीय प्रभाव। 2. विद्युतधारा का तापन प्रभाव।
प्रश्न 6.
जब किसी तार से
धारा प्रवाहित करने के लिए स्विच को ‘ऑन’
करते हैं,
तो तार के निकट
रखी चुम्बकीय सुई अपनी उत्तर-दक्षिण स्थिति से विश्लेपित हो जाती है। स्पष्ट
कीजिए।
उत्तर: तार से विद्युतधारा प्रवाहित होने
के कारण वह चुम्बक की तरह व्यवहार करता है। विद्युतधारा का चुम्बकीय प्रभाव तार के
आकर्षण के कारण होता है जिससे सुई जो चुम्बक होती है, विक्षेपित हो जाती है।

प्रश्न 7.
यदि चित्र में
दर्शाये गये विद्युत परिपथ में स्विच को ‘ऑफ’
किया जाये,
तो क्या
चुम्बकीय सुई विक्षेप दर्शाएगी ?
उत्तर: नहीं, इसमें सेल न जुड़े होने के कारण
धारा प्रवाहित नहीं होगी।
प्रश्न 8.
रिक्त स्थानों
की पूर्ति कीजिए।
(क) विद्युत सेल
के प्रतीक में लम्बी रेखा, उसके ……………टर्मिनल को निरूपित करती है।
(ख) दो या अधिक
विद्युत सेलों के संयोजन को ………………… कहते हैं।
(ग) जब किसी
विद्युत हीटर के स्विच को ‘ऑन’
करते हैं,
तो इसका …………………
रक्त तप्त
(लाल) हो जाता है।
(घ) विद्युत
धारा के तापीय प्रभाव पर आधारित सुरक्षा युक्ति को ……………… कहते हैं।
उत्तर: (क) धनात्मक (ख) बैटरी (ग) तन्तु (घ) फ्यूज।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित
कथनों पर सत्य अथवा असत्य अंकित कीजिए।
(क) दो सेलों की
बैटरी बनाने के लिए एक सेल के ऋण टर्मिनल को दूसरे सेल के ऋण टर्मिनल से संयोजित करते हैं।
(सत्य/असत्य)
(ख) जब किसी
फ्यूज में से किसी निश्चित सीमा से अधिक विद्युतधारा प्रवाहित होती है,
तो वह पिघलकर
टूट जाता है। (सत्य/असत्य)
(ग) विद्युत
चुम्बक, चुम्बकीय पदार्थों को आकर्षित नहीं करता।
(सत्य/असत्य)
(घ) विद्युत
घण्टी में विद्युत चुम्बक होता है। (सत्य/असत्य)
उत्तर: (क) असत्य (ख) सत्य (ग) असत्य (घ) सत्य।
प्रश्न 10.
क्या विद्युत
चुम्बक का उपयोग किसी कचरे के ढेर से प्लास्टिक को पृथक् करने के लिए किया जा सकता
है ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: नहीं, क्योंकि कोई भी चुम्बक प्लास्टिक
की बनी वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित नहीं करता है।
प्रश्न 11.
मान लीजिए कि
कोई विद्युत मिस्त्री आपके घर के विद्युत परिपथ में कोई मरम्मत कर रहा है। वह
ताँबे के एक तार को फ्यूज के रूप में उपयोग करना चाहता है। क्या आप उससे सहमत
होंगे? अपने उत्तर के लिए कारण दीजिए।
उत्तर: नहीं, ताँबे का तार उच्च धारा से होने
वाली हानि को रोकने में असमर्थ है। कारण, उच्च धारा प्रवाहित होने पर भी
विद्युत फ्यूज इससे पिघलता नहीं है।
प्रश्न 12.
जुबैदा ने में
दर्शाये अनुसार एक सेल होल्डर बनाया तथा इसे एक स्विच और एक बल्ब से जोड़कर कोई
विद्युत परिपथ बनाया। जब उसने स्विच को ‘ऑन’
की स्थिति में
किया, तो बल्ब दीप्त नहीं हुआ। परिपथ में सम्भावित दोष
को पहचानने में जुबैदा की सहायता कीजिए।
उत्तर : जुबैदा ने सेल के दोनों सिरे चालक
तार से जोड़ दिए जिसे शार्ट सर्किट कहते हैं इसीलिये बल्ब दीप्त नहीं हुआ।
प्रश्न 13.
चित्र में
दर्शाये गये विद्युत परिपथ में।
(क) जब स्विच ऑफ’
की स्थिति में
है, तो क्या कोई भी बल्ब दीप्त होगा ?
(ख) जब स्विच को
‘ऑन’ की स्थिति में लाते हैं,
तो बल्बों A,
B तथा C
के दीप्त होने
का क्रम क्या होगा ?
उत्तर: (क) जब स्विच ऑफ की स्थिति में है
तो कोई बल्ब दीप्त नहीं होगा।
(ख) ऑन की स्थिति में सभी बल्ब एक
साथ दीप्त होंगे।
7th Class Science 10-विद्युत धारा और इसके प्रभाव Important Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
I. बहुविकल्पीय प्रश्न
निम्नलिखित प्रश्नों में से सही
विकल्प का चयन कीजिए ।
प्रश्न 1.
स्विच द्वारा
विद्युत परिपथ को
(क) ऑन किया
जाता है (ख) ऑफ किया जाता है ।
(ग) ये दोनों (घ) इनमें से कुछ नहीं
उत्तर: (ग) ये दोनों
प्रश्न 2.
विद्युत सेल
में टर्मिनल की संख्या होती है।
(क) एक (ख) दो (ग) तीन (घ) अनेक
उत्तर: (ख) दो
प्रश्न 3.
बैटरी का
प्रयोग किया जाता है।
(क) टॉर्च में (ख) रेडियो में (ग) रिमोट कंट्रोल में (घ) इन सभी में
उत्तर: (घ) इन सभी में
प्रश्न 4.
विद्युत बल्ब
में पतले तार को क्या कहते हैं, जो प्रकाशित होता है?
(क) धागा (ख) फिलामेन्ट (ग) एलीमेन्ट (घ) फ्यूज
उत्तर: (ख) फिलामेन्ट
प्रश्न 5.
उत्सर्जक डायोड
है-(क) LED (ख) LCD
(ग) DVD
(घ) CTV
उत्तर: (क) LED
II. रिक्त स्थान
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान
भरिए।
1. विद्युत फ्यूज
में शीघ्र पिघलने वाले ………… का प्रयोग किया जाता है।
2. विद्युत हीटर
विद्युत के ……….. पर आधारित होता है।
3. विद्युत घंटी
विद्युत धारा के……..पर आधारित होती है।
4. तारों को
लपेटकर बनायी गयी विद्युत संरचना को ………… कहते हैं।
उत्तर: 1. तार 2. तापन प्रभाव 3. चुम्बकीय प्रभाव 4. कुण्डली।
III. सुमेलन
कॉलम ‘A’
तथा कॉलम ‘B’
के शब्दों का
मिलान कीजिए-
कॉलम ‘A’
|
कॉलम ‘B’
|
1. विद्युत बल्ब
|
(a) विद्युत बल्ब
|
2. विद्युत चुम्बक
|
(b) तापीय प्रभाव
|
3. प्रकाश और ऊष्मा
|
(c) चुम्बकीय प्रभाव
|
4. एलीमेन्ट
|
(d) तापन अवयव
|
उत्तर:
कॉलम ‘A’
|
कॉलम ‘B’
|
1. विद्युत
बल्ब
|
(b) तापीय
प्रभाव
|
2. विद्युत
चुम्बक
|
(c) चुम्बकीय
प्रभाव
|
3. प्रकाश
और ऊष्मा
|
(a) विद्युत
बल्ब
|
4. एलीमेन्ट
|
(d) तापन
अवयव
|
IV. सत्य/असत्य
निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं
असत्य कथन छाँटिए।
1. आजकल प्रकाश
उत्सर्जक डायोड बल्बों का उपयोग बढ़ रहा है।
2. विद्युत फ्यूज
विद्युत परिपथ की सुरक्षा युक्ति है।
3. विद्युत फ्यूज
के स्थान पर किसी भी तार या पट्टी का उपयोग किया जा सकता है।
4. सेलों के
संयोजन में धन टर्मिनल को धन टर्मिनल से मिलाया जाता है।
उत्तर: 1. सत्य 2. सत्य 3. असत्य 4. असत्य।
अतिलयु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
विद्युत तापन
के दो अवयव लिखिए।
उत्तर: (i) हीटर का एलीमेंट (ii) इस्त्री (प्रेस) का एलीमेंट।
प्रश्न 2.
यदि किसी बल्ब
का तन्तु टूटा है, तो परिपथ पूर्ण है या अपूर्ण ?
उत्तर: अपूर्ण।
प्रश्न 3.
जलता हुआ बल्ब
छूने पर गर्म क्यों महसूस होता है ?
(क्रियाकलाप)
उत्तर: बल्ब में आने वाली विद्युत प्रकाश
एवं ताप में परिवर्तित होने के कारण।
प्रश्न 4.
विद्युत हीटर
का एलीमेंट किस पदार्थ का बना होता है ?
उत्तर: नाइक्रोम का।
प्रश्न 5.
विद्युत बल्ब
का तन्तु किस पदार्थ का बना होता है ?
उत्तर: टंगस्टन का।
प्रश्न 6.
किसी विद्युत
युक्ति के कितने टर्मिनल होते हैं ?
उत्तर: दो। एक धन तथा एक ऋण टर्मिनल।
प्रश्न 7.
कुंजी अथवा
स्विच को परिपथ में कहाँ लगाना चाहिये ?
उत्तर: कुंजी अथवा स्विच को परिपथ में
कहीं भी लगाया जा सकता है।
प्रश्न 8.
विद्युतधारा का
तापीय प्रभाव किसे कहते है ?
उत्तर: जब किसी तार से विद्युतधारा
प्रवाहित की जाती है तो वह तप्त हो जाता है, इसे विद्युतधारा का तापीय प्रभाव
कहते है।
प्रश्न 9.
विद्युत परिपथ
की सुरक्षायुक्ति क्या होती है ?
उत्तर: विद्युत फ्यूज।
प्रश्न 10.
विद्युत के
चुम्बकीय प्रभाव की खोज किसने की ?
उत्तर: हैंस क्रिश्चियन ऑस्टेंड ने।
प्रश्न 11.
एक माचिस की
खाली डिब्बी पर तार लपेटकर विद्युत चुम्बक बनाया गया तथा इसे परिपथ में लगाकर
कुंजी ऑन की गई। अब इसके पास दिकसूची लायी गई। दिकसूची में क्या होगा?
(क्रियाकलाप)
उत्तर: दिक्सूची विक्षेपित हो जाएगी।
प्रश्न 12.
विद्युत बल्ब
का आविष्कार किसने किया ?
उत्तर: थॉमस अल्वा एडीसन ने।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.नीचे प्रस्तुत विद्युत परिपथ की
प्रतिलिपि अपनी नोट बुक में बनाइए। विविध विद्युत अवयवों के प्रतीकों का उपयोग
करके इस विद्युत परिपथ का आरेख खींचिए। (क्रियाकलाप)

चित्र : एक विद्युत परिपथ उत्तर: चित्र 10.7 में दर्शाए गये
विद्युत परिपथ का परिपथ आरेख-

प्रश्न 2.
विद्युतधारा का
चुम्बकीय प्रभाव क्या है ? इसके दो अनुप्रयोग लिखिए। उत्तर: जब किसी तार से विद्युतधारा
प्रवाहित होती है,
तो वह
चुम्बक की भाँति व्यवहार करता है। इसे विद्युतधारा का चुम्बकीय प्रभाव कहते हैं।
अनुप्रयोग (i)
विद्युत घंटी
बनाने में। (ii)
विद्युत
चुम्बक बनाने में।
प्रश्न 3.
लघु परिपथ
विच्छेदक क्या होता है ?
उत्तर: आजकल फ्यूज के स्थान पर लघु परिपथ
विच्छेदकों (MCBs)
का उपयोग
निरन्तर बढ़ता जा रहा है। जब किसी परिपथ में विद्युतधारा सुरक्षा सीमा से अधिक हो
जाती है तो ये ऐसे स्विच होते हैं जो स्वत: ही ‘ऑफ’ हो जाते हैं। आप इन्हें फिर से ऑन
कर दें तो परिपथ पुनः पूरा हो जाता है।

प्रश्न 4.
लघु पथन से आप
क्या समझते हैं ?
उत्तर: विद्युत परिपथों में अत्यधिक
विद्युत धारा प्रवाहित होने का एक कारण विद्युत तारों में परस्पर सीधा सम्पर्क हो
जाना होता है। ऐसा टूट-फूट अथवा तारों के विद्युत रोधन के हटने के कारण हो सकता
है। इससे लघुपथन (शार्ट सर्किट) हो सकता है। अत्यधिक धारा प्रवाहित होने का कारण
एक ही सॉकेट से कई युक्तियों को संयोजित करना भी हो सकता है। इससे परिपथ में
अतिभारण हो सकता है।
प्रश्न 5.
विद्युत फ्यूज
क्या होता है ? इसका क्या कार्य है ?
उत्तर: विद्युत फ्यूज विद्युत परिपथ में
अतिभारण से होने वाली हानि से बचाने के लिये लगायी जाने वाली युक्ति है। इसमें कम
गलनांक वाला धातु का तार लगा होता है। अधिक विद्युतधारा प्रवाहित होने पर यह गर्म
होकर पिघल जाता है जिससे परिपथ को कोई हानि नहीं होती है।
प्रश्न 6.
विद्युत धारा
के तापीय प्रभाव वाले कुछ विद्युत साधित्रों के नाम लिखिए।
उत्तर:1. निमज्जन
तापक(इमर्शन हीटर) 2.विद्युत इस्त्री 3.गीजर
4.हेयर ड्रायर 5.विद्युत केतली।
प्रश्न 7.
किन्हीं दो
तापन युक्तियों के चित्र बनाइए।
उत्तर:
दीर्य उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
विद्युत धारा
के चुम्बकीय प्रभाव को दर्शाने के लिए एक क्रियाकलाप लिखिए ।
उत्तर: लोहे की लगभग 6-10 सेमी लम्बी एक कील तथा लगभग 75 सेमी लम्बा विद्युतरोधी
(प्लास्टिक अथवा कपड़े से ढका हुआ अथवा ऐनामिल लेपित) लचीला तार लीजिए। इस तार को
कुण्डली के रूप में कील पर कसकर लपेटिए। तार के स्वतन्त्र सिरों को किसी स्विच से
होते हुए चित्र में दर्शाये अनुसार एक विद्युत सेल से संयोजित कीजिए। अब कुंजी को
ऑन कीजिए और लोहे का महीन बुरादा कील की नोक के पास लाइए। कोल चुम्बक की भाँति
बुरादे को अपनी ओर खींचती है।

प्रश्न 2.
विद्युत घण्टी
की संरचना तथा कार्यविधि लिखिए ।
उत्तर: विद्युत घण्टी में लोहे के टुकड़े
पर ताँबे के तार की कुण्डली लिपटी होती है। विद्युत चुम्बक के निकट लोहे की एक
पत्ती लगी होती है जिसके एक सिरे से हथौड़ा जुड़ा होता है। लोहे की पत्ती के समीप
एक सम्पर्क पेंच होता है। जब लोहे की पत्ती इस पेंच के सम्पर्क में आती है, तो विद्युत परिपथ पूरा हो जाता है
तथा कुण्डली से विद्युतधारा प्रवाहित होती है, जिससे वह विद्युत चुम्बक बन जाती
है। तब यह लोहे की पत्ती को अपनी ओर खींचती है। इस प्रक्रिया में पत्ती के सिरे से
जुड़ा हथौड़ा घण्टी से टकराता है और ध्वनि उत्पन्न करता है। परन्तु जब विद्युत
चुम्बक लोहे की पत्ती को अपनी ओर खींचता है तो यह परिपथ को भी तोड़ देता है। इससे
कुण्डली से विद्युतधारा का प्रवाह समाप्त हो जाता है।

चित्र : विद्युत घण्टी का मॉडल और
उसका परिपथ
अब कुण्डली विद्युत चुम्बक नहीं
होती। यह लोहे की पत्ती को भी अपनी ओर नहीं खींचती। लोहे की पत्ती अपनी मूल स्थिति
में आकर पुन: सम्पर्क पेंच से स्पर्श करती है। इससे परिपथ फिर पूरा हो जाता है।
कुण्डली से पुनः विद्युतधारा प्रवाहित होती है तथा हथौड़ा पुनः घण्टी से टक्कर
मारता है। यह प्रक्रिया अतिशीघ्रता से दोहराई जाती है। हर बार परिपथ पूरा होने पर
हथौड़ा घण्टी से टकराता है और इस प्रकार विद्युत घण्टी बजती है।
प्रश्न 3.
विद्युत परिपथ
के कुछ अवयवों के चित्र तथा प्रतीक बनाइए ।
उत्तर:
प्रश्न 4.
प्रदीप्ति
नलिकाएँ तथा CFLs क्या होती हैं ?
उत्तर: विद्युत बल्बों का प्रयोग प्रकाश
के लिए होता है। परन्तु बल्ब ऊष्मा भी उत्पन्न करते हैं जो वांछनीय नहीं होती है।
इससे विद्युत की क्षति भी होती है। इस क्षति को बल्बों के स्थान पर प्रतिदीप्त
नलिकाओं (फ्लोरसेंट ट्यूब लाइट) का उपयोग करके कम किया जा सकता है। संहत
प्रतिदीप्त लैंप (CFLS)
भी विद्युत
की क्षति में कमी लाती हैं तथा इन्हें सामान्य बल्ब होल्डरों में लगाया जा सकता
है।
तथापि बल्बों, प्रतिदीप्त नलिकाओं अथवा CFLs को क्रय करने से पहले इस पर
भारतीय मानक ब्यूरो के ISI चिन्ह को देखना चाहिए। ISI चिन्ह यह सुनिश्चित करता है कि
साधित्र के निर्माण में सुरक्षा सम्बन्धी सभी शर्तों का ध्यान रखा गया है तथा इसके
उपयोग में ऊर्जा की क्षति न्यूनतम होगी ।
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