कक्षा 8th विज्ञान Test -6 जंतुओं में जनन अक्टूबर- 2023
विद्यार्थी का नाम............................
रोल नं....... दिनांक ...................
समय: 30 मिनट कुल अंक: 20
नोट: सभी प्रश्न अनिवार्य है। * प्रश्न संख्या 1 से 7 तक एक अंक के है । *प्रश्न संख्या 8 से 12 तक 2 अंक के प्रश्न है
प्रश्न 1. आंतरिक निषेचन होता है।
(i) मादा के शरीर में। (ii)
मादा के शरीर से बाहर (iii) नर के शरीर में (iv)नर के शरीर से बाहर।
प्रश्न 2. एक टैडपोल जिस प्रक्रम द्वारा वयस्क में विकसित होता है, वह है –
(i) निषेचन (ii) कायांतरण (iii) रोपण (iv) मुकुलन।
प्रश्न 3. एक युग्मनज में पाए जाने वाले केन्द्रकों की संख्या होती है –
(i) कोई नहीं (ii) एक (iii) दो (iv) चार ।
प्रश्न 4. शुक्राणु व अंडाणु के संलयन को कहते
हैं।
(अ) जनन (ब) निषेचन
(स) जरायुज (द)
मुकुलन।
प्रश्न 5. निम्नलिखित में नर जननांग का भाग नहीं
है –
(अ) वृषण (ब) शिश्न (स) शुक्रवाहिनी (द) अण्डवाहिनी ।
प्रश्न 6. निम्न कथन सत्य (T) हैं अथवा असत्य
(F). संकेतिक
कीजिए –
(क) अंडप्रजक जंतु विकसित शिशु को जन्म देते हैं।
(ख) प्रत्येक शुक्राणु एक एकल कोशिका है ।
(ग) मेंढक में बाह्य निषेचन होता है।
प्रश्न 7. रिक्त स्थान पूर्ति
कीजिए – (क)इस प्रकार का जनन जिसमें नर तथा मादा युग्मक का संलयन होता है
...........................कहलाता है।
(ख) अंडाशय मादा युग्मक
उत्पन्न करते हैं जिसे ……………........ कहते हैं।
प्रश्न 8.सजीवों के लिए जनन क्यों महत्त्वपूर्ण है ? समझाइए।
प्रश्न 9. मनुष्य में निषेचन प्रक्रम को समझाइए ।
प्रश्न 11. लैंगिक जनन तथा अलैंगिक जनन में क्या अन्तर है?
प्रश्न 12. नर जनन-तंत्र तथा मादा जनन-तंत्र में क्या अन्तर है?
उत्तर 1: (i) मादा के शरीर में
उत्तर 2: (ii) कायांतरण
उत्तर 3: (iii) एक ।
उत्तर 4: (ब) निषेचन
उत्तर 5: (द) अण्डवाहिनी ।
उत्तर 6: (क) असत्य (ख) सत्य (ग) सत्य
उत्तर 7: (क) लैंगिक जनन (ख) अंडाणु
उत्तर 8: यह जीवों में योग्यता है कि वे अपने जैसे जीव पैदा कर सकते
हैं । प्रजाति की वृद्धि के लिए जनन अत्यन्त आवश्यक है। यह जैविक प्रक्रम पृथ्वी
पर निरन्तरता को सुनिश्चित करता है, इससे गुण और आनुवंशिकता एक पीढ़ी से
अगली पीढ़ी में स्थानान्तरित होती है।
उत्तर 9: निषेचन (Fertilization): वृषण के द्वारा नर युग्मक उत्पन्न
होते हैं, जो शुक्राणु कहलाते हैं । जब शुक्राणु, फैलोपियन ट्यूब में से होते हुए अंडाणु के संपर्क में आते हैं तो
इनमें से एक शुक्राणु अंडाणु के साथ संलयित हो जाता है । शुक्राणु और अंडाणु का यह संलयन निषेचन कहलाता है
। निषेचन के समय शुक्राणु तथा अंडाणु संलयित होकर एक हो जाते हैं।निषेचन के परिणामस्वरूप युग्मनज
का निर्माण होता है।
उत्तर 10: अलैंगिक जनन :
जनन की वह किस्म जिसमें केवल एक ही जीव भाग लेता है। अलैंगिक जनन कहलाता है।
अलैंगिक जनन की विधियाँ- 1. मुकुलन (Budding) : इस क्रिया में नया जीव जो अपेक्षाकृत
छोटे पुंज की कोशिकाओं से निकलता है, आरंभ में जनक जीव में मुकुल बनाता है
। शरीर का केन्द्रक दो भागों में विभाजित हो जाता है तथा उनमें से एक केन्द्रक
मुकुल में आ जाता है । मुकुल पैतृक जीव से अलग होकर वृद्धि करता है तथा पूर्ण
विकसित जीव बन जाता है। हाइड्रा तथा यीस्ट में अलैंगिक जनन की यह सामान्य
प्रक्रिया है ।
2. द्विखण्डन (Binary fission) : जनन की यह विधि प्रोटोजोआ (अमीबा, पैरामीशियम आदि) में होती है । जनक जीव खंडित होकर नये दो जीवों को जन्म देता है। अमीबा में कोशिका अपनी वृद्धि के अधिकतम आकार में पहुँचती है तो पहले अमीबा का केन्द्रक लम्बा हो जाता है और दो भागों में विभाजित हो जाता है। इसके पश्चात् अमीबा का कोशिका द्रव्य दो भागों में विभाजित हो जाता है। एक भाग केन्द्रक के चारों ओर रहता है, इस प्रकार दो संतति अमीबा बनते हैं ।
उत्तर 11: लैंगिक जनन-इस
जनन में नर तथा मादा युग्मक का संलयन होता है।
अलैंगिक जनन-इस जनन में केवल एक ही
जनक नए जीव को जन्म देता है।
उत्तर 12: नर जनन-तंत्र :
(1) वृषण शुक्राणु उत्पन्न करता है।
(2) मादा जनन तंत्र से कम जटिल है ।
(3) वृषण, वृषणकोश में
शरीर के बाहर पाया जाता है।
(4) मूत्र तथा शुक्राणु के लिए एक ही रन्ध्र पाया जाता है। ।
मावा जनन-तंत्र:
(1) अंडाशय अंडा उत्पन्न करता है।
(2) नर जनन तत्र से अधिक जटिल है ।
(3) अडाशय जोड़े के रूप में पेट में पाए जाते हैं ।
(4) मूत्राशय तथा योनि के लिए अलग-अलग निष्कासन छिद्र होता है।
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