अध्याय 1 : फसल उत्पादन एवं प्रबंधन कक्षा आठवीं विज्ञान उड़ान कार्य पुस्तिका
पूर्व दक्षताएँ – 603,605,606,610 वर्तमान दक्षताएँ -802,811,812
पूर्व दक्षता- 603 कार्यपत्रक-1
वर्तमान
दक्षता -802
जीवों और प्रक्रियाओं के अवलोकन योग्य गुणों के आधार पर वर्गीकृत करते है,जैसे खरीफ
और रबी फसलों, उपयोगी और हानिकारक सूक्ष्म जीवों, लैंगिक और अलैंगिक प्रजनन,
समाप्त होने वाली और अक्षय प्राकृतिक संसाधन
आदि।
प्रश्न-1. निम्नलिखित फसलों को खरीफ व
रबी में वर्गीकृत करें।
गेंहू, धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, चना, सोयाबिन, कपास, मूंगफली, मटर, सरसों, ग्वार, गन्ना।
Sr.No. |
खरीफ की फसल |
रबी की फसल |
|
|
|
उत्तर : 1.
Sr.No. |
खरीफ की फसल |
रबी की फसल |
1. |
धान, ज्वार, बाजरा मक्का, सोयाबिन, कपास, मूंगफली, , ग्वार, गन्ना। |
गेंहू, चना, मटर, सरसों, |
पूर्व दक्षता - 605 कार्यपत्रक-2 वर्तमान दक्षता – 804
प्रक्रियाओं और परिघटनाओं के कारणों से संबंधित करते है, जैसे अम्ल वर्षा के कारण,
स्मारकों का क्षरण, मूकम्प, तडित का बनना आदि।
प्रश्न-2. सिंचाई के परंपरागत और आधुनिक
साधनों की सूची बनाएं।
Sr.No. |
परंपरागत साधन |
आधुनिक साधन |
|
|
|
उत्तर : 2.
Sr.No. |
परंपरागत साधन |
आधुनिक साधन |
1. |
(i) मोट (घिरनी) (ii) चेन पम्प,
(iii) ढेकली, (iv) रहट ( उत्तोलक
तंत्र) |
(i) छिड़काव तंत्र (ii) ड्रिप तंत्र |
पूर्व दक्षता- 703 कार्यपत्रक - 3 वर्तमान
दक्षता – 808
सूक्ष्म जीवों के स्लाइड तैयार करते है और उनसे विभिन्न संबंधित सूक्ष्म लक्षणों का वर्णन
करते हैं।
प्रश्न-3. नीचे दी गई सारणी में खाद्य पदार्थों
के विभिन्न स्रोतों का पता लगाएं।
क्रमांक संख्या |
खाद्य पदार्थ
|
स्रोत |
1 |
दूध |
|
2 |
वसा |
|
3 |
अनाज |
|
4 |
सब्जी |
|
5 |
मांस |
|
6 |
शहद |
|
7 |
फल |
|
8 |
नमक |
|
9 |
चीनी |
|
10 |
चाय |
|
उत्तर : 3.
क्रमांक संख्या |
खाद्य पदार्थ |
स्रोत |
1 |
दूध |
जंतु (गाय, भैंस, बकरी) |
2 |
वसा |
जंतु (मक्खन, घी) |
3 |
अनाज |
पादप (गेहूं, चावल, मक्का) |
4 |
सब्जी |
पादप (पालक, टमाटर, आलू) |
5 |
मांस |
जंतु (बकरी,
भेड, मुर्गी) |
6 |
शहद |
जंतु (मधुमक्खी) |
7 |
फल |
पादप (सेब, केला, आम) |
8 |
नमक |
समुंद्र (समुंदरी
नमक) |
9 |
चीनी |
पादप (गन्ना, चुकंदर) |
10 |
चाय |
पादप (चाय
की पत्तियाँ) |
पूर्व दक्षता - 714 कार्यपत्रक - 4 वर्तमान
दक्षता – 813
पर्यावरण की सुरक्षा हेतु प्रयास करते है, जैसे- संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग
करके, उर्वरकों और कीटनाशकों का नियंत्रित उपयोग करके, पर्यावरणीय खतरो से निपटने
के सुझाव देकर आदि।
प्रश्न-4. किसान अपने खेतों में खाद एवं
उर्वरक का प्रयोग क्यों करता है?
उत्तर : 4. किसान अपने खेतों में खाद और उर्वरक का प्रयोग कई कारणों से
करते हैं:
1. उपज बढ़ाना: खाद और उर्वरक पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं, जिससे
उनकी वृद्धि और
उत्पादन में सुधार होता है।
2. मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना: समय के साथ, फसलें मिट्टी से पोषक तत्वों को अवशोषित
कर लेती हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है। खाद और उर्वरक इन पोषक तत्वों की
पूर्ति करते हैं।
3. फसल की गुणवत्ता सुधारना: सही मात्रा में खाद और उर्वरक का उपयोग करने से फसल
की गुणवत्ता में सुधार होता है, जिससे बाजार में उनकी मांग और कीमत बढ़ती है।
4. रोग और कीट नियंत्रण: कुछ उर्वरक और जैविक खाद पौधों को रोग और कीटों से बचाने
में भी मदद करते है।
उत्तर : 5. 1. चित्र-1
2. चित्र-2
3. चित्र-4
4. चित्र-3
5. चित्र-7
6. चित्र-6
7. चित्र-5
पूर्व दक्षता - 713 कार्यपत्रक - 6 वर्तमान दक्षता – 811
वैज्ञानिक अवधारणाओं को समझकर दैनिक जीवन में प्रयोग करते है, जैसे-
अम्लीयता से निपटना, मिट्टी की जाँच एवं उसका उपचार ,संक्षारण को रोकने के विभिन्न
उपाय, कायिक प्रबंधन के द्वारा कृषि , दो अथवा दो से अधिक विघुत स्त्रोत का विभिन्न विघुत
उपकरणों में संयोजन, विभिन्न आपदाओं , उनसे निपटना आदि।
प्रश्न- 6. निम्नलिखित चित्र में आपको जो औज़ार दिखाई दे रहे हैं उनको कहां और कैसे
उपयोग किया जाता है, के बारे में लिखिए ।
उत्तर : 6.
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